केंद्रीय गृह मंत्री शाह इन दिनों महाराष्ट्र में दो दिवसीय दौरे पर हैं. अमित शाह ने मंगलवार को बीजेपी कार्यकर्ताओं के साथ बैठक कर उनको संबोधित किया. इस दौरान उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र का चुनाव देश की दशा और दिशा बदलने वाला चुनाव होगा. इसेक साथ ही उन्होंने कहा कि 60 साल के इतिहास में पहली बार लगातार तीन बार सरकार बनाने का रिकॉर्ड प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बनाया है.
इसके साथ ही उन्होंने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि राहुल गांधी के नेतृत्व में कांग्रेस को तीन बार हार का सामना करना पड़ा है. इस बार उनकी कुछ सीटें बढ़ गई है, जिसका वो उत्सव मना रहे हैं, लेकिन सरकार हमारी ही आई है, जिनकी सरकार आती है उन्हीं की जीत होती है और हमारी तीसरी बार लगातार सरकार आई है. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि कभी हमने सिर्फ दो सीटें जीती थी, इसके लिए कांग्रेस ने हमारा खूब मजाक मनाया. लेकिन अब हमने लगातार तीन बार अपनी सरकार स्थापित की है.
#WATCH | Maharashtra: Union Home Minister Amit Shah attends a meeting of BJP office bearers in Mumbai.
Deputy CM Devendra Fadnavis, state BJP chief Chandrashekhar Bawankule, Mumbai BJP chief Ashish Shelar and others present at the meeting. pic.twitter.com/zNlEsnmYUr
— ANI (@ANI) October 1, 2024
विचारधारा की लड़ाई के लिए सत्ता में है- शाह
कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि ये पक्का है कि महाराष्ट्र में महायुती की ही सरकार आएगी. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी राज करने के लिए सत्ता में नहीं आई है, बल्कि अपनी विचारधारा पर काम करने के लिए सत्ता में है. उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र में चुनाव जीतने के बाद हम समान नागरिक संहिता लागू करेंगे.
विधायकों-सांसदों से दूर करें नराजगी- शाह
इस दौरान शाह ने कहा कि महाराष्ट्र की समस्याओं का समाधान निकालने के लिए देवेंद्र फडणवीस सक्षम है. भाजपा की सरकार आने के बाद पिछले 10 सालों में आतंकवाद और नक्सलवाद पर प्रहार किया गया है. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि पीएम मोदी के नेतृत्व में दुनिया भर में भारतीयों का सिर गर्व से ऊंचा हुआ है.
इन मुद्दों के साथ-साथ शाह ने कार्यकर्ताओं को चुनाव जीतने के लिए कई निर्देश देते हुए कहा कि हर कार्यकार्ता 10 प्रतिशत मतदान बढ़ाने की कोशिश करें. उन्होंने कहा कि ये आपकी सरकार है. पार्षदों, विधायकों और सांसदों के प्रति नाराजगी को दूर कर चुनाव प्रचार में लगे.