मुंबई और उसके आस-पास के क्षेत्रों में मानसून ने जोरदार दस्तक दी है। शनिवार को झमाझम बारिश और तेज़ हवाओं के साथ मौसम पूरी तरह से भीग चुका है। भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने अगले तीन घंटों के लिए मुंबई में “रेड अलर्ट” जारी किया है, जिससे स्थिति की गंभीरता का अंदाज़ा लगाया जा सकता है। नवी मुंबई और ठाणे जैसे उपनगरों में भी मूसलधार बारिश और गरज-चमक के साथ मौसम बदला हुआ है।
मौसम विभाग की चेतावनी और पूर्वानुमान
मौसम विभाग के अनुसार, यह भारी बारिश दक्षिण-पश्चिमी मानसूनी हवाओं की वजह से हो रही है, जो अरब सागर से भारी मात्रा में नमी लेकर आ रही हैं। अनुमान है कि यह मौसम सप्ताहांत तक बना रहेगा, जिसमें मुंबई और महाराष्ट्र के अन्य हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश और गरज के साथ बौछारें पड़ने की संभावना है।
तेज़ हवाएं और बिजली का खतरा
आईएमडी ने चेतावनी दी है कि बारिश के साथ-साथ मुंबई में 40–50 किमी/घंटा की रफ्तार से तेज हवाएं चल सकती हैं और बिजली गिरने की भी संभावना है। नागरिकों को सलाह दी गई है कि वे खुले स्थानों और जलजमाव वाली जगहों से दूर रहें और ज़रूरत न हो तो घरों में ही रहें।
#WATCH | Maharashtra: Rain lashes parts of Mumbai city. pic.twitter.com/UVqaNHFoNB
— ANI (@ANI) June 7, 2025
अन्य प्रभावित जिले
मुंबई के अलावा, पालघर, ठाणे, रायगढ़, रत्नागिरी, पुणे, नासिक, नागपुर, अमरावती, अकोला, बुलढाणा, और गढ़चिरौली जैसे ज़िलों में येलो अलर्ट जारी किया गया है। विदर्भ, मराठवाड़ा और कोंकण क्षेत्रों के अनेक जिलों में बिजली के साथ बौछारों और गरज-चमक का पूर्वानुमान है।
बारिश का आंकड़ा और तापमान
मुंबई में मानसून की आधिकारिक शुरुआत के बाद से बारिश लगातार हो रही है। पिछले छह दिनों में कोलाबा में 30 मिमी और सांताक्रूज में 47.1 मिमी बारिश दर्ज की गई है। हालांकि तापमान 32.2°C (कोलाबा) और 31.7°C (सांताक्रूज) रहा, लेकिन उमस और भारी बादलों की वजह से गर्मी का अहसास बना रहा।
सावधानियां और प्रशासन की तैयारियां
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NDRF और BMC (बृहन्मुंबई महानगरपालिका) पूरी तरह अलर्ट पर हैं।
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रेलवे और लोकल ट्रेनों के प्रभावित होने की संभावना को देखते हुए ट्रैफिक विभाग निगरानी कर रहा है।
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स्कूल-कॉलेजों में छुट्टी देने पर भी विचार किया जा सकता है यदि हालात बिगड़ते हैं।
मुंबई और महाराष्ट्र के अनेक हिस्सों में मानसून का यह आगमन राहत के साथ-साथ सावधानी की भी मांग करता है। जलजमाव, ट्रैफिक जाम, और बिजली गिरने जैसे खतरों को देखते हुए नागरिकों को सतर्क रहने की आवश्यकता है। प्रशासन और मौसम विभाग की एडवाइजरी का पालन करना इस समय सबसे महत्वपूर्ण है।