राजस्थान की राजधानी जयपुर के हवामहल विधानसभा क्षेत्र से भाजपा के टिकट पर विधायक बने आचार्य बालमुकुंद ने अपने क्षेत्र में खुली मांस की अवैध दुकानों को बंद करवाने का अभियान छेड़ रखा है। एक वायरल वीडियो में उन्होंने प्रशासन को 4 दिसंबर की शाम तक मोहलत दी। पुलिस ने विधायक बालमुकुंद से कार्रवाई के लिए 2 दिनों की मोहलत माँगी है। इस बीच आचार्य बालमुकुंद की इस कार्रवाई का कुछ स्थानों पर मुस्लिम समुदाय से जुड़े लोगों ने विरोध किया। वहीं सोशल मीडिया पर भी कट्टरपंथी, लिबरल और वामपंथी गैंग उनको कटघरे में खड़ा करने का प्रयास करने लगा।
अपने नाम के पीछे त्यागी लगाने वाले मुस्लिम पत्रकार वसीम अकरम त्यागी ने विधायक बालमुकुंद द्वारा की जा रही कार्रवाई को गलत ठहराने की कोशिश की। वसीम अकरम ने लिखा , “बालमुकुंदाचार्य अपने साथ गुंडे लेकर मुस्लिमों की दुकान बंद कराने पहुँचा था। ये गुंडे मुस्लिमों को भद्दी गालियाँ दे रहे हैं।” वसीम अकरम ने नरेंद्र मोदी और राजस्थान पुलिस को टैग करते हुए कार्रवाई की माँग की है। साथ ही उसने विधायक आचार्य बालमुकुंद को आने वाले समय का नासूर भी बता डाला।
बालमुकुंदचार्य अपने साथ गुंडे लेकर मुसलमानों की दुकान बंद कराने पहुंचा था। ये गुंडे मुसलमानों को भद्दी गालियां दे रहे हैं। @narendramodi जी यही थी आपकी गारंटी? @PoliceRajasthan इन गुंडों पर अगर अभी कार्रावाई नहीं हुई तो कल ये आपके लिए ही नासूर बन जाएंगे।pic.twitter.com/vhJKtvMUkg
— Wasim Akram Tyagi (@WasimAkramTyagi) December 4, 2023
दूसरी तरफ से दिया जा रहा था चैलेन्ज
अपने नाम में त्यागी लगाने वाले वसीम अकरम ने 57 सेकेंड का जो वीडियो शेयर कर के भाजपा विधायक आचार्य बालमुकुंद पर मुस्लिमों को माँ-बहन की गालियाँ देने का आरोप लगाया है वह आधा अधूरा है। इस मामले में पूरा वीडियो @nareshvashishth नाम के हैंडल ने शेयर किया है जो कि 2 मिनट 8 सेकेंड का है। वीडियो के पहले हिस्से में विधायक बालमुकुंद पुलिस से खुलेआम बिना लाइसेंस चल रहे अवैध बूचड़खानों की शिकायत करते नजर आ रहे हैं।
चुनाव जीतने के बाद हवामहल से विधायक बालमुकुंद आचार्य का क्षेत्र में दौरा.. अधिकारियों से बोले न मिठाई खाऊंगा ना खाने दूंगा। pic.twitter.com/67ITS31CoH
— Naresh Vashishtha (@nareshvashishth) December 4, 2023
इसी वीडियो में आचार्य बालमुकुंद ने पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत पर आरोप लगाया है कि उन्होंने पप्पू कसाई से दोस्ती की थी। उन्होंने इसी दोस्ती की वजह से कसाइयों का अवैध काम चलने की बात कही। उन्होंने हाथ जोड़ कर कहा, “ये सनातनी लोग हैं। ये अवैध काम चलने नहीं देंगे चाहे कोई भी हो।” साथ ही उन्होंने कहा कि जिसे काम करना है वो लाइसेंस ले कर ईमानदारी से काम करे।
इस बीच सामने एक गली दिखी जहाँ पुलिस की सख्ती के बावजूद लोगों का जमावड़ा हो गया था। यह जमावड़ा सड़क पर ही किया गया था जिस से लोगों को आने-जाने में भी दिक्कत आ रही थी। जमावड़े से नारेबाजी जैसी आवाजें भी आने लगीं। पुलिस जमावड़ा लगाई भीड़ को वापस जाने के लिए कहती रही लेकिन उन पर कोई फर्क नहीं पड़ा। दूसरी तरह से पुलिस के साथ खड़े विधायक बालमुकुंद और उनके सहयोगियों को ललकारा जा रहा था।
इसी के जवाब में आचार्य बालमुकुंद के साथ मौजूद लोगों ने भी दूसरी तरफ खड़े लोगों को अपनी तरफ आने के लिए कहा। इसी तनातनी के बीच कुछ लोगों की ने गाली-गलौज की। हालाँकि, गालियाँ विधायक बालमुकुंद ने नहीं दीं। पुलिस ने बीच-बचाव किया तो खुद विधायक बालमुकुंद वहाँ से चले गए जबकि दूसरी तरफ लोगों का जमावड़ा इसके बावजूद बना रहा।
अफगान होटल वाले के पास नहीं था लाइसेंस
महिला पत्रकार कविश अज़ीज ने अपने ट्वीट में जिस ‘अफगानी दरबार’ होटल का जिक्र किया है उसके मालिक ताहिर से ऑपइंडिया ने बात की। मुर्गे का मांस बेचने वाला यह होटल जयपुर के सुभाष चौक पर है। हमसे बातचीत में ताहिर ने कबूल किया कि उनके पास होटल चलाने का वैध लाइसेंस फिलहाल नहीं है। ताहिर का कहना था कि उन्होंने इसके लिए अप्लाई कर रखा है। ‘अफगान होटल’ के मालिक ने हमसे यह भी कहा कि उनके साथ विधायक बालमुकुंद ने कोई मारपीट आदि नहीं की।
ताहिर के अफगान होटल के पास ही आचार्य बालमुकुंद ने बांग्लादेशी और रोहिंग्या घुसपैठियों को जयपुर खाली कर देने के लिए कहा था। ऑपइंडिया से बातचीत के दौरान ताहिर ने बताया कि उनके यहाँ मुर्गे का मीट बनाने वाले लगभग सभी कारीगर पश्चिम बंगाल के हैं। होटल का नाम अफगानी दरबार रखने की वजह पूछने पर इसके मालिक ने इसे एक डिश से हुआ नामकरण बताया। अंत में ताहिर ने कहा, “विधायक गुंडागर्दी कर रहे हैं जो सही नहीं जाएगी।”