भौगोलिक विशेषता
- स्थान: बयाना तहसील, भरतपुर जिला, राजस्थान
- स्थिति: अरावली की पहाड़ियों में, ऐतिहासिक विजयगढ़ किले की तलहटी में
- ऊंचाई: समुद्र तल से करीब 800 फीट ऊंचाई पर
छह महीने ऊपर, छह महीने नीचे
- बरसात के मौसम में – लोग अपने पारंपरिक पहाड़ी घरों में रहते हैं
- पानी और चारे की भरपूर उपलब्धता
- मौसम सुहावना होता है
- गर्मी के मौसम में – पानी की कमी के कारण मैदानी घरों में लौटते हैं
- सुविधा के लिए नीचे बसे घरों में निवास करते हैं
आजीविका का आधार: पशुपालन
- गांव के अधिकतर निवासी गुर्जर समुदाय से हैं
- 200 से अधिक परिवार
- सैकड़ों मवेशी, जिनसे प्रतिदिन सैकड़ों लीटर दूध का उत्पादन होता है
- स्थानीय और आसपास के क्षेत्रों में दूध की आपूर्ति
मूलभूत समस्याएं
- सड़क, बिजली, शिक्षा और स्वास्थ्य जैसी बुनियादी सुविधाओं का अभाव
- बच्चे 5 किमी का कठिन रास्ता तय कर स्कूल पहुंचते हैं
संस्कृति और जड़ें
- गांव सांस्कृतिक विरासत से भरपूर है
- यहां के लोग अपनी मिट्टी से जुड़े, संघर्षशील और आशावादी हैं
- यह केवल गांव नहीं, एक जीवन दर्शन है — जो बताता है कि प्रकृति के साथ तालमेल, सादगी और आत्मनिर्भरता असली विकास है
सरकारी ध्यान और संभावनाएं
- यह गांव पर्यटन, सांस्कृतिक अध्ययन, और स्थायी विकास के मॉडल के रूप में उभर सकता है
- राज्य और केंद्र सरकार को चाहिए कि:
- सड़क, शिक्षा, स्वास्थ्य और बिजली जैसी मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध कराए
- इस अनूठे जीवनशैली वाले गांव को आदर्श ग्रामीण पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करे