भारत की ग्रोथ दुनिया में सबसे ज्यादा तेज है. जी20 के बाद से पूरी दुनिया को भारत की इकोनॉमिक ताकत का अहसास हो चुका है. दुनिया के कुछेक देशों को छोड़ दिया जाए तो हर कोई भारत के साथ कारोबार करना चाहता है. दुनिया की ऐसी कोई कंपनी या बैंक नहीं जो अपने निवेश को बढ़ाना नहीं चाहता. चीन में बढ़ते मुश्किल हालातों को देखते हुए पहले कंपनियों और ग्लोबल बैंकों ने भी उसे नजरअंदाज करना शुरू कर दिया है.
जो खबर अमेरिका से आई है वो चीन को और भी बड़ा झटका दे सकती है. जी हां, दुलिया की सबसे बड़ी इंवेस्टमेंट कंपनी और बैंकर जेपी मॉर्गन ने भारत के सरकारी बांड को अपने इमर्जिंग मार्केट इंडेक्स में शामिल करने का ऐलान किया है. इसका सबसे बड़ा फायदा ये होगा कि भारत को सस्ता कर्ज मिल सकेगा और 30 अरब डॉलर यानी 2.50 लाख करोड़ रुपये का निवेश भी मिल सकता है. आइए आपको भी बताते हैं कि आखिर पूरा मामला क्या है?
जेपी मॉर्गन ने क्या किया ऐलान?
जेपी मॉर्गन ने शुक्रवार को कहा कि वह अगले साल से भारतीय सरकारी बांड को इमर्जिंग मार्केट इंडेक्स में शामिल करने की योजना बना रही है. आईजीबी को 28 जून 2024 से 31 मार्च 2025 तक 10 महीने की अवधि में फेजवाइज शामिल किया जाएगा. जेपी मॉर्गन ने शुक्रवार को अपने बयान में कहा कि जीबीआई-ईएम ग्लोबल डायवर्सिफाइड में भारत की हिस्सेदारी 10 फीसदी के अधिकतम भारांक तक पहुंचने और जीबीआई-ईएम ग्लोबल इंडेक्स में करीब 8.7 प्रतिशत तक पहुंचने की उम्मीद है.
वर्ष 2020-21 के अपने बजट भाषण में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा था कि सरकारी प्रतिभूतियों की कुछ स्पेसिफिक कैटेगरीज पूरी तरह से फॉरेन इंवेस्टर्स के लिए खोली जाएंगी, इसके अलावा घरेलू निवेशकों के लिए भी उपलब्ध होंगी. स्पेसिफिक सिक्योरिटीज जिन्हें इंडेक्स में लिस्टिड किया जाएगा उनके लिए कोई समय-सीमा तय करने की आवश्यकता नहीं है.
क्या होगा फायदा?
जेपी मॉर्गन के इंडेक्स में सरकारी बांड के शामिल होने से इंडिया को काफी फायदा होने वाला है. इसमें सबसे बड़ा फायदा ये होगा कि भारत को ग्लोबल कर्ज लेने में काफी आसानी हो जाएगी और सस्ता भी हो जाएगा. इससे भारत के राजकोषिय घाटे पर भारत नहीं पड़ेगा. वहीं दूसरी ओर डॉमेस्टिक डेट मार्केट को भी फायदा होगा. एक अनुमान के अनुसार घरेलू डेट मार्केट में 30 बिलियन डॉलर यानी 2.50 लाख करोड़ रुपये का निवेश आ सकता है. वहीं दूसरी ओर देश के विदेशी मुद्रा भंडार में इजाफा होगा. इसके अलावा डॉलर के मुकाबले रुपये में स्टेबिलिटी देखने को मिलेगी. सरकारी सिक्योरिटी के जेपी मॉर्गन के इंडेक्स में शामिल होने के बाद ब्याज दरों में कमी आएगी और बॉन्ड यील्ड में भी गिरावट देखने को मिलेगी.
बैंकिंग शेयरों में तेजी
जेपी मॉर्गन के ऐलान के बाद भारतीय शेयर बाजार में पीएसयू बैंकों के शेयरों में उछाल देखने को मिला. आंकड़ों पर बात करें तो निफ्टी पीएसयू इंडेक्स 3.51 फीसदी की तेजी के साथ बंद हुआ. अगर बात बैंकों की बात करें तो सेंट्रल बैंक के शेयर में 9 फीसदी की तेजी देखने को मिली. यूनियन बैंक के शेयर 5.39 फीसदी की तेजी के साथ बंद हुआ. केनरा बैंक 4.64 फीसदी, महाराष्ट्र बैंक 4.35 फीसदी, बैंक ऑफ बड़ौदा 4 फीसदी, पीएनबी साढ़े 3 फीसदी की तेजी के साथ बंद हुए.