देश में समान नागरिक संहिता लागू करने की दिशा में 76 साल बाद सरकार धीरे-धीरे कदम आगे बढ़ा रही है. लेकिन ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड (AIMPLB) ने इसका तीखा विरोध शुरू कर दिया है. बोर्ड के मेंबर और लखनऊ की सुन्नी मस्जिद के इमाम मौलाना खालिद रशीद फरंगी महली ने कहा कि यूनिफॉर्म सिविल कोड मुसलमानों को किसी भी हाल में कबूल नहीं है. इससे इस्लामी शरीयत पर विपरीत असर पड़ेगा.
फरंगी महली ने कहा कि बोर्ड ने एक लिंक जारी किया है. इस लिंक के जरिए मुसलमानों को यूसीसी के ड्राफ्ट पर लॉ कमीशन को अपनी राय भेजने के लिए कहा गया है. देश भर की सभी मस्जिदों के इमामों से कहा गया है कि वे जुमे की नमाज से पहले मुसलमानों को यूसीसी के बारे में बताएं और इसका विरोध करने के लिए कहें. फरंगी ने मुसलमानों से अपील की कि वे बोर्ड (AIMPLB) की अपील पर अमल करके कौम को मजबूत बनाएं.
UCC के मामले AIMPLB ने एक लिंक जारी कर सबसे राय देने की अपील की है जिससे लॉ कमीशन तक आवाज़ पहुंचे कि कितनी बड़ी तादाद में लोग इसके ख़िलाफ़ हैं। अगर UCC लागू होता है तो मुस्लिम पर्सनल क़ानून पर अमल करने से रोका जा सकता है। ऐसा नहीं है कि सिर्फ मुस्लिम ही इसके ख़िलाफ़ हैं, बड़ी… pic.twitter.com/meQs5iEzLW
— ANI_HindiNews (@AHindinews) July 6, 2023
मौलाना खालिद रशीद फरंगी महली ने दावा किया कि अगर देश में UCC लागू हुआ तो मुसलमानों को मुस्लिम पर्सनल क़ानून पर अमल करने से रोका जा सकता है. उन्होंने कहा कि ऐसा नहीं है कि सिर्फ मुस्लिम ही इसके ख़िलाफ़ हैं, बड़ी तादाद में कई अन्य लोग भी इसके ख़िलाफ़ हैं. महली ने कहा कि ये कानून मुसलमानों के साथ ही दूसरे अल्पसंख्यक धर्मों पर भी असर डालेगा.
उन्होंने मुसलमानों से अपील की कि एक जिम्मेदार के रूप में वे अपनी जिम्मेदारी निभाते हुए यूनिफॉर्म सिविल कोड के खिलाफ अपनी–अपनी राय लॉ कमीशन को भेजें. ये सभ राय डाक या ईमेल के जरिए भेजी जानी चाहिए. उन्होंने कहा कि ये मसला हिंदू-मुस्लिम का नहीं है बल्कि वे एक सामान्य भारतीय के रूप में इसका विरोध कर रहे हैं.
उधर इस मसले को लेकर दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी की आज यानी शुक्रवार को अहम बैठक होगी. इस बैठक में कमेटी के अध्यक्ष और महासचिव के साथ- साथ सिख समुदाय के बौद्धिक लोग मौजूद रहेंगे. यह दोपहर 12 बजे शुरू होगी. इसके बाद दोपहर ढाई बजे कमेटी मेंबर प्रेसवार्ता करके बैठक में लिए गए फैसलों से अवगत करवाएंगे.