लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी सोमवार को संसद में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर चर्चा के दौरान केंद्र सरकार पर जमकर बरसे. उन्होंने संसद में 90 मिनट का भाषण दिया और हिंदू, अग्निवीर समेत 20 मुद्दों पर बोले. भाषण के दौरान पक्ष-विपक्ष में जमकर तू-तू, मैं-मैं हुई. इस बीच लोकसभा में दिए गए भाषण से राहुल गांधी के कुछ बयानों को रिकॉर्ड से हटा दिया गया है. इनमें उद्योगपति अडानी, अंबानी, कोटा में पूरी परीक्षा केंद्रीकृत है और अमीरों को फायदा पहुंचाने के लिए है जैसे बयान शामिल हैं.
लोकसभा की चर्चा से राहुल गांधी का वो बयान भी हटाया गया है जिसमें उन्होंने बीजेपी द्वारा अल्पसंख्यकों के साथ अनुचित व्यवहार करने का आरोप लगाया. इसके अलावा अग्निवीर सेना की नहीं, बल्कि पीएमओ की योजना है और खुद को हिंदू कहने वाले हिंसा करते हैं वाला बयान भी रिकॉर्ड से हटा दिया गया है.
राहुल गांधी, सरकार को घेरने के लिए भगवान शिव, गुरुनानक और जीसस क्राइस्ट की तस्वीर लाए थे. राहुल गांधी ने अपने संबोधन के दौरान भगवान शिव की तस्वीर दिखाई और कहा कि शिव जी किसी से न डरना सिखाते हैं और न ही किसी को डराना. राहुल गांधी ने 20 मुद्दों पर सरकार को घेरा. इसमें हिंदू, अग्निवीर, किसान, मणिपुर, NEET, बेरोजगारी, नोटबंदी, GST, MSP, हिंसा, भय, धर्म, अयोध्या, गुजरात, जम्मू-कश्मीर, लद्दाख, प्रधानमंत्री और स्पीकर शामिल हैं.
पीएम मोदी और अमित शाह ने राहुल के बयान पर जताई आपत्ति
राहुल गांधी के बयान पर पीएम मोदी के साथ अमित शाह और राजनाथ सिंह ने कड़ी आलोचना की. राहुल गांधी ने संसद में जैसे ही हिंदू वाला बयान दिया वैसे ही हंगामा खड़ा हो गया. इसके बाद पीएम मोदी अपनी सीट से खड़े हुए और राहुल गांधी के बयान पर आपत्ति जताई. राहुल गांधी के बयान के बाद पीएम मोदी ने कहा कि हिंदू समाज को हिंसक कहना गलत है. इसके बाद गृह मंत्री अमित शाह ने भी राहुल गांधी के बयान पर आपत्ति जताते हुए कहा कि ये करोड़ों हिंदुओं का अपमान है. हिंसा को किसी धर्म के साथ जोड़ना गलत है. राहुल गांधी को माफी मांगनी चाहिए.
प्रियंका गांधी ने राहुल गांधी का किया बचाव
बीजेपी ने राहुल गांधी पर हिन्दू धर्म का अपमान करने का आरोप लगाया, तो प्रियंका गांधी ने राहुल गांधी का बचाव किया. प्रियंका ने कहा कि राहुल गांधी ने हिन्दू धर्म का अपमान नहीं किया. साधु-संतों ने भी राहुल गांधी के बयान की आलोचना का और हिन्दू समाज से माफी मांगने की मांग की. जूना आखाड़ा के महामंडलेश्वर अवधेशानंद गिरी ने राहुल गांधी के बयान पर आपत्ति जताते हुए मांफी की मांगने की अपील की. राहुल गांधी ने संसद बोलते हुए अभय मुद्रा का जिक्र किया. उन्होंने अभय मुद्रा को इस्लाम से जोड़ा दिया. राहुल गांधी के अभय मुद्रा वाले बयान से मुस्लिम समाज नाराज है.