उत्तर प्रदेश के वाराणसी जिले में साइबर क्राइम से जुड़ा एक अनोखा मामला प्रकाश में आया है। सिगरा थाना क्षेत्र के सिंधु नगर निवासी आनंद गोयल ने लालच में 76 लाख 10 हजार 360 रुपये गंवा दिए। डीआईजी अखिलेश कुमार चौरसिया के निर्देश पर सारनाथ साइबर थाने में मुकदमा दर्ज किया गया है मुकदमे का आधार एक मोबाइल नंबर और एक टेलीग्राम लिंक को बनाया गया है। साइबर एक्सपर्ट की टीम मामले की जांच में जुटी है।
आनंद गोयल के मोबाइल पर अनजान नंबर से व्हाट्स एप पर मैसेज आया था। इस मैसेज में यूट्यूब चैनल सब्सक्राइब करने पर 50 रुपये देने की बात कही गई थी। कुछ देर बाद टेलीग्राम का लिंक भेज कर जुड़ने को कहा गया था। टेलीग्राम लिंक से जुड़ते ही एक अकाउंट बनाया गया। इसके बाद मृदुला 168 के नाम से यूट्यूब चैनल का लिंक भेजा गया। चैनल सब्सक्राइब करने का टास्क दिया गया। सब्सक्राइब करते ही 50 रुपये मिल जाते थे।
कुछ दिनों बाद गोयल को दूसरे टास्क ग्रुप से जोड़ा गया। यहां 1000 रुपये जालसाजों ने लिया और टास्क पूरा करते ही 1350 रुपये वापस कर दिए। बाद में कई अलग-अलग ग्रुपों में गोयल को जोड़ा गया। यहां गोयल को बड़ा पैसा लगाने को कहा गया और टास्क दिया गया। लाचल में गोयल ने अलग-अलग बैंक खाते में बड़ी रकम ट्रांसफर करते चले गए। आनंद गोयल को जब पता चला तब तक 76 लाख 10 हजार 360 रुपये की धोखाधड़ी हो चुकी थी। साइबर क्राइम थाने के इंस्पेक्टर विजय नारायण मिश्रा प्रकरण की जांच कर रहे हैं। विजय नारायण मिश्रा ने बताया कि डार्क वेब की दुनिया में ठग बिजनेस प्लान देते हैं। शुरुआत में मुनाफा देकर लोगों को फंसाते हैं। धीरे – धीरे लालच को बढ़ाते हैं। फिर बड़ी रकम लेकर गायब हो जाते हैं। आनंद गोयल को भी बिजनेस प्लान देकर टेलीग्राम के जरिए ठगा गया है।