उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की प्रयागराज में पूरी कैबिनेट के साथ आयोजित हो रही बैठक कई महत्वपूर्ण पहलुओं को लेकर चर्चा में है। यह बैठक न केवल राज्य के विकास से जुड़े प्रस्तावों पर चर्चा के लिए महत्वपूर्ण है, बल्कि महाकुंभ 2025 की तैयारियों और धार्मिक व सांस्कृतिक महत्व को भी रेखांकित करती है।
बैठक की मुख्य बातें
- स्थान और समय:
- बैठक प्रयागराज के अरैल क्षेत्र में आयोजित होगी, जो दोपहर 12 बजे से शुरू होगी।
- बैठक के बाद मंत्रिमंडल संगम में स्नान और मां गंगा की पूजा करेगा।
- धार्मिक और सांस्कृतिक महत्व:
- यह पहली बार नहीं है जब योगी आदित्यनाथ अपने मंत्रिमंडल के साथ संगम में स्नान करेंगे।
- 2019 के अर्धकुंभ में भी योगी आदित्यनाथ ने अपनी कैबिनेट के साथ गंगा स्नान और साधु-संतों के साथ पूजन किया था।
- महाकुंभ 2025 की तैयारियां:
- मुख्यमंत्री लगातार महाकुंभ की व्यवस्थाओं का जायजा ले रहे हैं।
- यह बैठक प्रयागराज में महाकुंभ की तैयारियों के साथ-साथ श्रद्धालुओं की सुविधाओं को सुनिश्चित करने के लिए की गई है।
#WATCH | Prayagaj: Uttar Pradesh government's cabinet meeting to be held at the Maha Kumbh today.
(Visuals from Maha Kumbh Mela Circuit House) pic.twitter.com/tYHw3RdZOH
— ANI (@ANI) January 22, 2025
चर्चा के प्रमुख प्रस्ताव
आज की कैबिनेट बैठक में निम्नलिखित प्रस्तावों पर चर्चा और निर्णय संभव है:
- डिजिटल शिक्षा:
- यूपी के 40 लाख छात्रों को टैबलेट और स्मार्टफोन वितरित करने का प्रस्ताव।
- नगर निगम बॉंड:
- प्रयागराज, वाराणसी और आगरा नगर निगम के बॉंड जारी करने का निर्णय, जिससे इन शहरों में बुनियादी ढांचे और शिक्षा को बढ़ावा मिलेगा।
- स्वास्थ्य क्षेत्र:
- हाथरस, बागपत और कासगंज में पीपीपी मोड पर मेडिकल कॉलेज खोलने का प्रस्ताव।
- बलरामपुर में सरकारी मेडिकल कॉलेज की स्थापना।
- आवासीय परियोजनाएं:
- आगरा में नई आवासीय परियोजनाओं पर निर्णय।
- एयरोस्पेस और डिफेंस:
- यूपी एयरोस्पेस और डिफेंस यूनिट प्रोत्साहन नीति पर चर्चा।
- धार्मिक सर्किट:
- 7 जिलों को मिलाकर एक धार्मिक सर्किट बनाने का प्रस्ताव, जिससे धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा।
महत्व और परिणाम
- राज्य विकास:
कैबिनेट बैठक में पारित होने वाले प्रस्ताव राज्य में बुनियादी ढांचे, स्वास्थ्य, शिक्षा और पर्यटन को मजबूत करेंगे। - धार्मिक पर्यटन:
धार्मिक सर्किट और महाकुंभ की व्यवस्थाओं से राज्य के सांस्कृतिक और धार्मिक महत्व को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहचान मिलेगी। - सामाजिक कल्याण:
डिजिटल शिक्षा के लिए स्मार्टफोन और टैबलेट वितरण से छात्रों को तकनीकी रूप से सशक्त बनाया जाएगा।
यह बैठक न केवल प्रदेश के विकास के लिए मील का पत्थर साबित होगी, बल्कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में उत्तर प्रदेश के सांस्कृतिक और धार्मिक महत्व को भी प्रबल करेगी। संगम में मंत्रिमंडल का स्नान धार्मिक आस्था के साथ-साथ प्रशासनिक संकल्प का प्रतीक है।