यूपी के हाथरस में बागला डिग्री कॉलेज के प्रोफेसर पर 30 से ज्यादा छात्राओं के यौन शोषण का आरोप है। उसके मोबाइल से 65 अश्लील वीडियो मिले है। ज्यादातर वीडियो कॉलेज की छात्राओं के हैं।
प्रोफेसर ने छात्राओं के कई वीडियो पोर्न साइट पर भी अपलोड किए हैं। एक छात्रा की महिला आयोग के लिखे गए लेटर के बाद मामले का खुलासा हुआ।
पुलिस ने केस दर्ज कर लिया है। आरोपी प्रोफेसर फरार है। उसकी गिरफ्तारी के लिए 3 टीमें बनाई गई हैं। डीएम ने जांच के लिए 4 सदस्यीय कमेटी बनाई।
कॉलेज मैनेजमेंट ने उसे सस्पेंड कर दिया है। आरोपी प्रोफेसर डॉ. रजनीश 54 साल का है। वह भूगोल पढ़ाता है।
दरअसल, 6 मार्च को एक छात्रा ने महिला आयोग को लेटर लिखा, साथ ही फोटो-वीडियो भी भेजे। शिकायत सामने आने के बाद पुलिस ने इंटरनल जांच शुरू की थी।
यौन शोषण करने वाला आरोपी प्रोफेसर निलंबित
आरोपों के अनुसार, प्रोफेसर लड़कियों के यौन शोषण में शामिल था। अधिकारी ने बताया कि मामले की जांच जारी है और जांच के आधार पर उचित कार्रवाई की जाएगी। वहीं, महाविद्यालय के सचिव प्रदीप कुमार बागला ने आरोपी प्रोफेसर के निलंबन आदेश में कहा कि “प्राचार्य द्वारा मुझे सूचित किया गया कि हाथरस गेट थाना में आपके (प्रोफेसर) खिलाफ 13 मार्च को भारतीय दंड संहिता की धारा 64(2) (दुष्कर्म), 68 (अधिकार का दुरुपयोग कर गैर सहमति से यौन संबंध), 75 (यौन उत्पीड़न) के तहत एक प्राथमिकी दर्ज की गई है।”
छात्रा का लेटर जो महिला आयोग को लिखा गया
‘आपको बताना चाहती हूं कि प्रोफेसर रजनीश कुमार कई छात्राओं का यौन-शोषण कर रहा है। वह दरिंदा है। वह छात्राओं के साथ अश्लील हरकतें करता है। वीडियो बनाकर उनका शोषण करता है। मैं एक साल से पीएमओ से लेकर सीएम कार्यालय तक इसकी शिकायत कर रही हूं, लेकिन प्रोफेसर इतना ताकतवर है कि किसी भी शिकायत पर उसके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं हुई।
मोदी सरकार ‘बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ’ का समर्थन करती है, लेकिन फिर भी ऐसे दरिंदे बेखौफ होकर बेटियों के साथ दरिंदगी कर रहे हैं। इस दरिंदे से मैं इतनी परेशान हूं कि कभी-कभी आत्महत्या करने का विचार आता है।
कॉलेज मैनेजमेंट कमेटी के अध्यक्ष और मैनेजमेंट को प्रोफेसर की करतूतों के बारे में बताया। उन्हें सबूत भी सौंपे, लेकिन उन्होंने कोई कार्रवाई नहीं की। जब तक इस दुष्ट पर कोई कार्रवाई नहीं होती, मैं हार नहीं मानूंगी।
ऐसा लगता है कि कॉलेज के प्रधानाचार्य और मैनेजमेंट की शह पर प्रोफेसर कॉलेज की छात्राओं का शोषण कर रहा है। वह भोली-भाली छात्राओं को प्रतियोगिता परीक्षा पास कराने और नौकरी के नाम पर बहलाता-फुसलाता है। फिर उनके साथ गलत काम करता है और वीडियो भी बनाता है।
उसके फोटो-वीडियो मेरे हाथ लगे हैं, जिन्हें मैं प्रमाण के रूप में इस पत्र के साथ भेज रही हूं। अब तक मैंने अलग-अलग नाम शिकायतें की हैं, क्योंकि अगर दरिंदे को मेरे बारे में पता चल गया, तो वह मुझे मरवा देगा। यह शिकायत भी मैं अपनी पहचान छिपाकर कर रही हूं।
रजनीश पिछले 20 साल से कॉलेज में पढ़ने वाली छात्राओं का यौन-शोषण कर रहा है। मेरी जैसी छात्राओं की इज्जत बचा लीजिए, नहीं तो यह दरिंदा रजनीश कुमार न जाने कितनी और छात्राओं की इज्जत लूट लेगा। लोकलाज के कारण छात्राएं कुछ नहीं कहेंगी। सामने दिख रहे फोटो और वीडियो के आधार पर इस प्रोफेसर पर कठोर से कठोर कार्रवाई की जाए।’
महिला आयोग के आदेश पर जांच शुरू हुई छात्रा के पत्र का महिला आयोग ने संज्ञान लेते हुए जांच के निर्देश दिए। इसके बाद हाथरस गेट कोतवाली पुलिस ने जांच शुरू की और प्रोफेसर को पूछताछ के लिए बुलाया। उसके मोबाइल को कब्जे में ले लिया, लेकिन उसने पहले ही वीडियो-फोटो डिलीट कर दिए थे।
पुलिस ने मोबाइल का डेटा रिकवर कराया, तो 65 अश्लील वीडियो मिले। इसके बाद 13 मार्च को दरोगा सुनील कुमार ने थाने में खुद शिकायत दर्ज कराई। लेकिन जब तक पुलिस आरोपी को पकड़ती, वह फरार हो गया।
18 महीने में 5 शिकायतें, कार्रवाई कोई नहीं पुलिस जांच में सामने आया कि आरोपी के खिलाफ छात्राओं ने कॉलेज मैनेजमेंट से 18 महीने में 5 बार शिकायतें कीं, लेकिन कोई एक्शन नहीं लिया गया। कॉलेज मैनेजमेंट कमेटी के सचिव प्रदीप बागला ने बताया कि मामले की शिकायत मिलते ही प्रोफेसर महावीर सिंह के खिलाफ जांच के आदेश दिए गए थे। रिपोर्ट के आधार पर प्रोफेसर को सस्पेंड कर दिया गया है।