अयोध्या में प्रभु श्रीराम के मंदिर का एरियल व्यू दर्शन कराने की उत्तर प्रदेश सरकार की योजना एक अनूठी पहल है, जो श्रद्धालुओं और पर्यटकों के लिए एक आकर्षक अनुभव प्रदान करेगी। हेलीकॉप्टर से दर्शन की इस योजना से न केवल धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा, बल्कि श्रद्धालुओं को अयोध्या की भव्यता और श्रीराम मंदिर की विशालता को आकाश से देखने का मौका भी मिलेगा।
इस योजना की मुख्य विशेषताएँ:
- हेलीकॉप्टर सेवा:
- श्रद्धालु हेलीकॉप्टर में बैठकर राम मंदिर का एरियल व्यू देख सकेंगे।
- इस सेवा का उपयोग कुछ निर्धारित शुल्क का भुगतान करके किया जा सकेगा।
- पर्यटन को बढ़ावा:
- यह पहल अयोध्या को विश्वस्तरीय धार्मिक पर्यटन केंद्र के रूप में स्थापित करने की दिशा में एक कदम है।
- इससे स्थानीय अर्थव्यवस्था को भी लाभ मिलेगा।
- शुरुआत की तारीख:
- उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ इस योजना का जल्द ही शुभारंभ कर सकते हैं।
- इस योजना की पूरी रूपरेखा और शुल्क संरचना का भी जल्द ही ऐलान होगा।
- टेक्नोलॉजी और सुरक्षा:
- हेलीकॉप्टर सेवा में अत्याधुनिक सुरक्षा सुविधाएँ होंगी।
- उड़ान के दौरान श्रद्धालुओं को मंदिर और अयोध्या के अन्य ऐतिहासिक स्थलों की जानकारी देने के लिए ऑडियो गाइड भी हो सकती है।
लाभ:
- भव्यता का अनुभव:
- श्रद्धालु मंदिर की भव्यता और अयोध्या की सुंदरता को ऊँचाई से देख सकेंगे।
- दूरदराज के श्रद्धालुओं को सुविधा:
- जो लोग मंदिर तक पहुँचने में असमर्थ हैं या भीड़ से बचना चाहते हैं, उनके लिए यह एक उत्कृष्ट विकल्प होगा।
- राज्य के पर्यटन में वृद्धि:
- यह योजना अयोध्या को घरेलू और अंतरराष्ट्रीय पर्यटकों के लिए एक प्रमुख आकर्षण बना सकती है।
सरकार का विजन:
यह योजना उत्तर प्रदेश सरकार के अयोध्या को एक भव्य और वैश्विक स्तर का धार्मिक स्थल बनाने के विजन का हिस्सा है। राम मंदिर का निर्माण और उसके आसपास विकसित हो रही सुविधाओं को लेकर सरकार अयोध्या को सांस्कृतिक, ऐतिहासिक और धार्मिक धरोहर के केंद्र के रूप में प्रस्तुत करना चाहती है।
4130 रुपये देना होगा किराया
अयोध्या के राम मंदिर का हेलीकॉप्टर से दर्शन को लेकर अभी तक जो किराया तय किया है वह प्रति व्यक्ति 4130 रुपये है. यानी अगर किसी एक श्रद्धालु को इस मंदिर का एरियल दर्शन करना है तो उसे यूपी सरकार को 4130 रुपये का भुगतान करना होगा. हालांकि अभी तक ये साफ नहीं है कि यह धनराशि चुकाने के बाद आपको कितनी देर के लिए हेलीकॉप्टर से घुमाया जाएगा.
2025 में पूरा होगा राम मंदि का काम
अयोध्या में बन रहा राम मंदिर जून 2025 तक पूरी तरह तैयार नहीं होगा, बल्कि इसमें तीन माह का अतिरिक्त समय लगेगा और यह सितंबर 2025 तक पूरा होगा. अयोध्या में इसी वर्ष की शुरुआत में 22 जनवरी को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में श्रीरामलला की प्रतिमा की नवनिर्मित मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा की गयी थी. राम मंदिर निर्माण समिति के अध्यक्ष नृपेंद्र मिश्र ने बताया कि मंदिर की चारदीवारी में 8.5 लाख घन फुट लाल बंसी पहाड़पुर पत्थर का इस्तेमाल किया जाएगा और ये पत्थर अयोध्या आ चुके हैं, लेकिन 200 श्रमिकों की कमी है, जिससे निर्माण में देरी हो रही है. मिश्रा ने कहा कि राम मंदिर का निर्माण अब जून 2025 में नहीं, बल्कि सितंबर 2025 तक पूरा होगा.
उन्होंने यह भी कहा कि प्रथम तल पर कुछ पत्थर कमजोर और पतले दिखाई देते हैं, इनकी जगह मकराना के पत्थर लगाए जाएंगे. उन्होंने कहा कि सभी परियोजनों पर काम किया जा रहा है. अयोध्या में राम मंदिर निर्माण समिति की बैठक शुक्रवार को दूसरे दिन भी जारी रही.
कुंभ दर्शन कराने पर भी हो रहा है विचार
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार यूपी सरकार राम मंदिर के दर्शन की तर्ज पर प्रयागराज में आयोजित होने वाले महाकुंभ का भी दर्शन कराने की योजना बना रही है. हालांकि, अभी तक इसे लेकर सरकार की तरफ से कोई टिप्पणी नहीं की गई है लेकिन कहा जा रहा है कि इसे लेकर जल्द ही ऐलान किया जा सकता है. ऐसे होने पर कुंभ में स्नान करने श्रद्धालु महाकुंभ का भी एरियल व्यू ले पाएंगे. इसके लिए उन्हें कितनी धन राशि खर्च करनी होगी ये अभी तक तय नहीं है. अभी ये योजना शुरुआती चरण में है लेकिन इस दिशा में जल्द ही कोई ऐलान कर सकती है.