उत्तर प्रदेश विधानसभा का बजट सत्र आज से शुरू हो गया है, लेकिन सत्र की शुरुआत ही हंगामे के साथ हुई। राज्यपाल के अभिभाषण के दौरान विपक्ष ने जोरदार हंगामा किया, जिससे सदन की कार्यवाही बाधित हुई।
सीएम योगी आदित्यनाथ ने विपक्ष को दी नसीहत
सत्र शुरू होने से पहले मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने विपक्ष को नसीहत देते हुए कहा कि सदन को सुचारु रूप से चलाने की जिम्मेदारी विपक्ष की भी है और सरकार सभी मुद्दों पर सार्थक बहस के लिए तैयार है। उन्होंने विपक्ष पर हमला बोलते हुए कहा कि “विपक्ष चर्चा से भागता है और बाधाएं खड़ी करता है, जबकि सदन को चर्चा का मंच बनाना चाहिए।”
सीएम योगी ने यह भी बताया कि उत्तर प्रदेश का 2025-26 का आम बजट 20 फरवरी को पेश किया जाएगा और बजट सत्र 18 फरवरी से 5 मार्च तक चलेगा, जो कि राज्य के इतिहास में सबसे लंबे सत्रों में से एक है।
उत्तर प्रदेश विधान सभा के बजट सत्र (वित्तीय वर्ष 2025-2026) से पूर्व पत्रकार बंधुओं से वार्ता… https://t.co/RzKIX1bX1Y
— Yogi Adityanath (@myogiadityanath) February 18, 2025
बजट सत्र शुरू होते ही विपक्ष का हंगामा
सत्र शुरू होते ही समाजवादी पार्टी (सपा) के विधायकों ने योगी सरकार के खिलाफ प्रदर्शन शुरू कर दिया। विधानसभा की सीढ़ियों पर सपा विधायकों ने बैनर-पोस्टर लेकर नारेबाजी की और महाकुंभ भगदड़ में मारे गए लोगों के आंकड़े जारी करने की मांग उठाई।
किन मुद्दों पर विपक्ष ने घेरा?
सपा और अन्य विपक्षी दलों ने सरकार को घेरने के लिए महाकुंभ भगदड़, मिल्कीपुर उपचुनाव, जातीय जनगणना, संभल हिंसा और कानून-व्यवस्था जैसे मुद्दों पर सवाल उठाने की तैयारी की है।
- सपा नेता अस्थि कलश लेकर विधानसभा पहुंचे और कहा कि वे लोकतंत्र के मंदिर में नैतिकता का अस्थि कलश स्थापित करेंगे।
- सपा विधायक साइकिल चलाकर विधानसभा पहुंचे और सरकार के खिलाफ विरोध दर्ज कराया।
सरकार का जवाब
सीएम योगी ने विपक्ष के हमलों का जवाब देते हुए कहा कि पिछले 8 वर्षों में भाजपा सरकार ने उत्तर प्रदेश के विकास के जो मानक स्थापित किए हैं, वे अभूतपूर्व हैं। उन्होंने कहा कि विपक्ष केवल निराशा और हताशा में प्रदर्शन कर रहा है, लेकिन सरकार हर सवाल का जवाब देने और बहस के लिए तैयार है।
बजट सत्र के पहले ही दिन सरकार और विपक्ष के बीच टकराव देखने को मिला है, जिससे आने वाले दिनों में भी विधानसभा में जोरदार बहस और राजनीतिक गर्मी की उम्मीद है।