THDC India Ltd ने भारत की ऊर्जा क्षेत्र में एक ऐतिहासिक उपलब्धि हासिल की है। उत्तराखंड के टिहरी में देश के पहले Variable Speed Pumped Storage Plant (PSP) की पहली 250 मेगावाट (MW) यूनिट का वाणिज्यिक संचालन (Commercial Operation) शुरू कर दिया गया है। यह परियोजना कई मायनों में विशेष और भारत के ऊर्जा भविष्य के लिए बेहद अहम मानी जा रही है। आइए इसके मुख्य बिंदुओं पर एक नजर डालते हैं:
परियोजना की प्रमुख विशेषताएं:
- देश का पहला Variable Speed PSP: यह भारत में पहली बार है जब Variable Speed तकनीक का उपयोग किसी PSP परियोजना में किया गया है। इस तकनीक से बिजली उत्पादन और खपत दोनों में बेहतर नियंत्रण और लचीलापन मिलता है।
- भारत की सबसे बड़ी PSP परियोजना (Central PSU द्वारा विकसित): यह अब तक की सबसे बड़ी पंप स्टोरेज परियोजना है जिसे किसी केन्द्रीय सार्वजनिक क्षेत्र उपक्रम (THDC India Ltd) ने विकसित किया है।
- निर्माण और तकनीक:
- निर्माणकर्ता: HCC (Hindustan Construction Company)
- तकनीकी साझेदारी: GE Vernova (Variable Speed तकनीक के लिए)
टिहरी हाइड्रो पावर कॉम्प्लेक्स की वर्तमान स्थिति:
- इस नई यूनिट के जुड़ने के बाद टिहरी हाइड्रो पावर कॉम्प्लेक्स की कुल उत्पादन क्षमता 2,400 MW हो गई है।
Variable Speed PSP क्यों खास है?
- यह प्रणाली off-peak hours (जब बिजली की मांग कम होती है) में अतिरिक्त बिजली का उपयोग करके पानी को ऊपरी जलाशय में पंप करती है। जब peak demand होती है, तो यही पानी टरबाइनों से होकर गुज़रता है और बिजली बनाता है। Variable Speed तकनीक की वजह से बिजली उत्पादन को लचीले ढंग से नियंत्रित किया जा सकता है, जिससे ग्रिड की स्थिरता बनी रहती है।
पर्यावरण और ऊर्जा क्षेत्र में लाभ:
- यह परियोजना नवीकरणीय ऊर्जा (solar, wind) के साथ ग्रिड को बेहतर समन्वय प्रदान करेगी।
- कोयले पर निर्भरता कम होगी और ग्रीन एनर्जी को बढ़ावा मिलेगा।
- ऊर्जा भंडारण की चुनौती से निपटने में यह एक टेम्पलेट मॉडल साबित हो सकता है।
राष्ट्रीय महत्त्व:
- यह परियोजना भारत की ऊर्जा सुरक्षा और 2030 तक 500 GW गैर-जीवाश्म स्रोतों से बिजली उत्पादन के लक्ष्य को प्राप्त करने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम है। इससे उत्तराखंड को एक हरित ऊर्जा राज्य के रूप में और मजबूती मिलेगी।