उत्तराखंड के चमोली जिले में नमामि गंगे प्रोजेक्ट साइट पर आज बुधवार को बड़ा हादसा हो गया जिसमें कम से कम 15 लोगों की जान चली गई. बताया जा रहा है कि अलकनंदा नदी के किनारे एक प्रोजेक्ट साइट पर ट्रांसफार्मर में धमाका हो गया, जिसमें 15 लोगों की मौत हो गई और कई लोग जख्मी हो गए. सीएम पुष्कर सिंह धामी ने हादसे की जांच के आदेश दे दिए हैं. ये उन 36 सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट (sewage treatment plants) में से एक है जिसे गंगा नदी को प्रदूषण मुक्त बनाने के लिए बनाया जा रहा है.
पिछले साल जून में केंद्र सरकार की ओर से गंगा नदी को पुनर्जीवित करने के मकसद से उत्तराखंड में 36 सीवेज ट्रीटमेंट इंफ्रास्ट्रकचर प्रोजेक्ट्स को मंजूरी दी गई थी. नेशनल मिशन फॉर क्लीन गंगा (NMCG) के अनुसार, अपने प्रमुख ‘नमामि गंगे’ प्रोजेक्ट के माध्यम से, केंद्र बहुस्तरीय प्रयास के जरिए मिशन मोड पर काम कर रहा है ताकि राज्य में गंगा नदी के हर हिस्से को स्वच्छ पानी मिले.
#WATCH | Uttarakhand: People injured due to electrocution at the under-construction Namami Gange project on the banks of the Alaknanda River in Chamoli are being air lifted to AIIMS Rishikesh by helicopter for treatment. So far 15 people have died in this incident. pic.twitter.com/IdE7cN1JtP
— ANI (@ANI) July 19, 2023
उत्तराखंड में 1300 करोड़ रुपये के 36 STP प्रोजेक्ट
इसी के तहत कई अहम प्रोजेक्ट्स में नदी में गिरने वाले प्रमुख नालों के रास्ते को रोकना और उन्हें सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट (STP) की ओर मोड़ना शामिल है.
जून 2022 तक उत्तराखंड में, 195 MLD (मिलियन लीटर पर डे) एसटीपी क्षमता बनाने और 184 किलोमीटर सीवर नेटवर्क बिछाने या ठीक करने के लिए केंद्र सरकार की ओर से 1,373 करोड़ रुपये की लागत वाली कुल 36 एसटीपी प्रोजेक्ट्स को मंजूरी दी गई थी. जिनमें से तब 34 प्रोजेक्ट्स पूरे हो चुके थे और शेष 2 के जल्द पूरा होना था.
अकेले चमोली जिले में, जहां पिछले कुछ सालों में अनट्रिटेड वेस्ट कचरा बहुत बढ़ गया है. अकेले गोपेश्वर में 1.12 एमएलडी एसटीपी (दीनदयाल पार्क) है. इसके नदी में पहुंचने से पहले गंदे पानी को रोकता है और फिर वहां इसका ट्रिटमेंट करता है. गंगा नदी में कचरा और गंदा पानी जाने से रोकने के लिए रुद्रप्रयाग में छह एसटीपी लगाए गए हैं.
ये एसटीपी इलेक्ट्रो-कोएग्यूलेशन प्रणाली पर बनाए गए हैं जहां एनोडाइन और कैथोडाइन प्रोसेस की मदद से दूषित पानी को अलग किया जाता है और फिर से साफ किया जाता है.
नेशनल मिशन फॉर क्लीन गंगा की ओर से गंगा को स्वच्छ बनाए रखने के लिए कई नए घाटों और श्मशानों का भी निर्माण किया है. हरिद्वार में शिव घाट और चंडी घाट तथा अलकनंदा और नंदाकिनी के संगम पर नंदप्रयाग संगम घाट तैयार किया गया है.
हादसे की जांच के आदेशः CM धामी
मिली जानकारी के मुताबिक, चमोली जिले के चमोली बाजार के पास सीवर ट्रीटमेंट प्लांट प्रोजेक्ट चल रहा है. ट्रांसफार्मर में अचानक धमाका होने की वजह से हर तरफ करंट फैल गया. करंट की चपेट में कई लोगों की मौत हो गई.
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने हादसे पर दुख जताते हुए कहा कि यह बेहद दुखद घटना है. घटनास्थल पर पुलिस, एसडीआरएफ और बचाव दल के लोग मौके पर बने हुए हैं. उन्होंने कहा कि हादसे की जांच के आदेश दे दिए गए हैं.
Uttarakhand CM Pushkar Singh Dhami left for Dehradun to visit the spot in Chamoli, where 15 people died due to electrocution at the under-construction Namami Gange project on the banks of the Alaknanda River. pic.twitter.com/udnsa6Re11
— ANI (@ANI) July 19, 2023