हरिद्वार और ऋषिकेश के मुख्य गंगा घाटों के आसपास आधे से एक किमी तक कॉरिडोर बनाया जाएगा। जिससे ये गंगा तीर्थ काशी केदार कॉरिडोर की तरह खुले-खुले हो जाएंगे और इनमें भीड़ का दबाव भी कम हो जाएगा। इस आशय के प्रस्ताव को धामी कैबिनेट ने अपनी मोहर लगा दी है। उत्तराखंड के मुख्य सचिव डॉ. एसएस संधू ने जानकारी देते हुए बताया कि हरिद्वार में देवीपुरा, भूपतवाला से हरकी पैड़ी, हरकी पैड़ी से कनखल क्षेत्र भूपतवाला से भारत माता मंदिर क्षेत्र के डेढ़ किमी परिधि क्षेत्र को कॉरिडोर में शामिल किए जाने का फैसला कैबिनेट ने लिया है।
डॉ. संधू ने बताया कि ऋषिकेश में तपोवन से रेलवे स्टेशन तक आईएसबीटी से त्रिवेणी घाट के क्षेत्र को कॉरिडर का हिस्सा बनाया गया है। जानकारी के मुताबिक दोनों गंगा नगरी इस वक्त तीर्थ यात्रियों के दबाव से ग्रस्त हैं। यहां आने वाले लाखों श्रद्धालुओं की संख्या लगातार बढ़ रही है। इसलिए अगले पच्चीस सालों का मास्टर प्लान इस कॉरिडोर के लिए तैयार किया गया है।
कॉरिडोर में आने वाले भवनों को जरूरत के हिसाब से शिफ्ट किया जाएगा और बाजार को व्यवस्थित किया जाएगा। ऐसा बताया जा रहा है। इस मामले में पीएम मोदी भी रुचि ले रहे हैं, इसलिए धामी सरकार भी सक्रिय हुई है।