ऑपरेशन सिंदूर के बाद भारत की कूटनीतिक रणनीति और शशि थरूर की कोलंबिया यात्रा से जुड़े घटनाक्रम की प्रमुख बातें इस प्रकार हैं:
भारत की वैश्विक कूटनीतिक मुहिम:
मुख्य उद्देश्य:
- पाकिस्तान को आतंकवाद के मुद्दे पर अंतरराष्ट्रीय मंचों पर अलग-थलग करना।
- पाकिस्तान को दोबारा FATF (फाइनेंशियल एक्शन टास्क फोर्स) की ग्रे लिस्ट में डलवाना, जिससे उसकी आर्थिक मदद पर रोक लगे।
- संयुक्त राष्ट्र के ज़रिए पाकिस्तान की गतिविधियों पर निगरानी सुनिश्चित करना।
विश्व दौरे पर भारतीय प्रतिनिधिमंडल:
- भारत सरकार ने सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल समेत कई राजनयिक डेलीगेशन विभिन्न देशों में भेजे हैं।
- ये डेलीगेशन पाकिस्तान की आतंकवादी नीति की पोल खोल रहे हैं और वैश्विक समर्थन जुटा रहे हैं।
कोलंबिया में शशि थरूर का बयान और कूटनीतिक हस्तक्षेप:
घटना का क्रम:
- कोलंबिया सरकार ने पाकिस्तान में मारे गए आतंकियों पर संवेदना जताई थी।
- इस पर शशि थरूर ने सार्वजनिक रूप से नाराज़गी जताई।
थरूर ने कहा:
“हम कोलंबियाई सरकार की प्रतिक्रिया से निराश हैं, जिसने आतंकवाद के पीड़ितों के प्रति सहानुभूति दिखाने के बजाय भारतीय हमलों के बाद पाकिस्तान में हुई जानमाल की हानि पर संवेदना व्यक्त की।”
- थरूर की कड़ी प्रतिक्रिया के बाद कोलंबिया ने बयान वापस ले लिया।
#WATCH | Bogotá, Colombia | Group 5 of all-party delegation led by Congress MP Shashi Tharoor holds meeting at National Congress with 2nd Commission Member of House Representative and Senate.
"We are still proud of being the land of Mahatma Gandhi. He taught us the importance of… pic.twitter.com/E0DjU40Cgu
— ANI (@ANI) May 31, 2025
थरूर का गांधीवादी संदेश:
शशि थरूर ने कोलंबिया की संसद में कहा:
“हमें गर्व है कि हम महात्मा गांधी की भूमि से हैं। उन्होंने हमें शांति और अहिंसा का पाठ पढ़ाया, लेकिन साथ ही हमें यह भी सिखाया कि स्वतंत्रता की रक्षा कैसे की जाती है। हम भय में नहीं, बल्कि ताकत के साथ रहेंगे। यही हम आपसे (कोलंबिया) समझने की अपेक्षा करते हैं।”
पाकिस्तान का घुटनों पर आना और सीजफायर प्रस्ताव:
- ऑपरेशन सिंदूर के बाद भारतीय वायुसेना ने पाकिस्तान के कई एयरबेस तबाह कर दिए।
- इसके बाद पाकिस्तान के डीजीएमओ ने भारत के डीजीएमओ से सीजफायर की अपील की।
- भारत ने साफ कर दिया:
🔹 अब सिर्फ POK और आतंकवाद पर बात होगी, बाकी किसी मुद्दे पर नहीं।
भारत की नीति अब सिर्फ सीमा की रक्षा तक सीमित नहीं, बल्कि पाकिस्तान को वैश्विक स्तर पर बेनकाब करने और आर्थिक रूप से नाकाम करने पर केंद्रित है। शशि थरूर जैसे विपक्षी नेता की सख्त कूटनीतिक प्रतिक्रिया यह दर्शाती है कि भारत की राजनीतिक एकता इस मुद्दे पर स्पष्ट और दृढ़ है।