सीरिया में नयी सरकार समर्थित लड़ाकों द्वारा गांवों पर हमलों में बड़ी संख्या में लोगों की मौत हो गई है। मानवाधिकार संगठन ‘सीरियन ऑब्ज़र्वेटरी फॉर ह्यूमन राइट्स’ के अनुसार, यह हमला बशर अल-असद समर्थकों द्वारा सरकारी बलों पर किए गए हमलों के जवाब में किया गया है।
सीरिया में हिंसा और बढ़ते संघर्ष: मुख्य बिंदु
🔹 हमले का कारण: सीरिया की नयी सरकार समर्थित लड़ाकों ने अपदस्थ राष्ट्रपति बशर अल-असद के समर्थकों पर हमला किया।
🔹 प्रभावित क्षेत्र: हमले बृहस्पतिवार और शुक्रवार को शीर, मुख्तारियेह और हफ़्फ़ा गांवों में हुए।
🔹 मृतकों की संख्या:
- कुल 200 से अधिक लोग मारे गए।
- 69 पुरुषों की हत्या कर दी गई, महिलाओं को कोई नुकसान नहीं।
- सरकारी बलों के 50 सदस्य और असद समर्थक 45 लड़ाके भी मारे गए।
संघर्ष की पृष्ठभूमि
- हालिया हिंसा तब भड़की जब सरकारी बलों ने तटीय शहर जबलेह के पास एक संदिग्ध व्यक्ति को हिरासत में लेने की कोशिश की।
- इसके बाद असद समर्थकों ने जवाबी हमला किया और सरकार समर्थित लड़ाकों ने बदले की भावना से गांवों पर हमला किया।
- इस संघर्ष को सीरिया के गृहयुद्ध की निरंतरता माना जा रहा है, जो मार्च 2011 से जारी है।
सीरिया में गृहयुद्ध: अब तक की स्थिति
- 2011 से अब तक: 5 लाख से अधिक लोग मारे गए।
- लाखों लोग विस्थापित: सीरिया का बड़ा हिस्सा गृहयुद्ध से प्रभावित है।
- हालिया घटनाएं: दिसंबर से इस्लामी समूह हयात तहरीर अल-शाम और असद समर्थकों के बीच झड़पें बढ़ी हैं।
क्या यह संघर्ष और बढ़ सकता है?
➡️ सरकारी कार्रवाई: सीरिया के अधिकारी हमले को स्वीकार कर रहे हैं लेकिन मृतकों की संख्या नहीं बता रहे।
➡️ संभावित परिणाम: संघर्ष और गहरा सकता है, जिससे नागरिकों की सुरक्षा और मानवीय संकट गंभीर हो सकता है।
सीरिया की यह स्थिति अंतरराष्ट्रीय समुदाय के लिए चिंता का विषय है, और इससे पूरे पश्चिम एशिया में अस्थिरता बढ़ सकती है।