पाकिस्तान में आजकल भारत के चंद्रयान मिशन की खूब चर्चा है। पाकिस्तान सरकार और नेताओं को पाकिस्तान वाले ही खरी-खोटी सुना रहे हैं। कुछ ऐसे भी हैं जो मानते हैं कि भारत का वैश्विक शक्ति बनने से अब कोई नहीं रोक सकता। चंद्रयान मिशन की कामयाबी की मिसालें दी जा रही हैं। लेकिन साथ ही पाकिस्तान के लगातार गर्त में जाने की बात भी की जा रही है। सरकार ने बिजली के दामों में हाल में जो बढ़ोतरी की है, उस संदर्भ में भी जमाते इस्लामी प्रमुख ने पाकिस्तान सरकार को लताड़ते हुए चंद्रयान का उल्लेख किया है। सिराजुल हक ने कहा है कि एक तरफ भारत चांद पर पैर रख रहा है तो हमारी सरकार लोगों की गर्दन को रौंद रही है, उस पर पैर रख रही है।
भारत के पड़ोसी इस्लामी देश में ऐसे बहुत से ‘बुद्धिजीवी’ जहां एक तरफ चंद्रयान को लेकर टीवी चैनलों पर अपनी भड़ास निकाल रहे हैं तो वहां की आम जनता में अधिकांश भारत की इस उपलब्धि से चकित हैं। वे अपनी सरकार और भ्रष्टाचारी नेताओं को कोस रहे हैं। यूट्यूब और सोशल मीडिया पर साझा हुए अंश दिखाते हैं कि जहां कट्टरपंथी तत्व इसे कोई खास बात नहीं बता रहे हैं तो वहीं कुछ पढ़े—लिखे किस्म के लोग भारत की मेधा का लोहा मान रहे हैं। ऐसे में अचानक बिजली के आसमान पर पहुंचे दामों पर लोगों का गुस्सा दोगुना हो चला है।
आक्रोश में आकर वहां की कट्टरपंथी जमात जमाते-इस्लामी के अध्यक्ष सिराजुल हक भी अपना गुस्सा दबा नहीं पाए और जाने—अनजाने भारत की एक तरह से तारीफ ही कर दी। सिराजुल ने कहा कि जहां एक तरफ भारत चंद्रयान के जरिए चांद पर पैर रख रहा है तो वहीं हमारी सरकार लोगों की गर्दन पर पैर रख रही है। सिराजुल का इशारा बढ़ते बिजली दामों से जनता के त्रस्त होने की ओर है।
पाकिस्तान सरकार को लताड़ते हुए सिराजउल हक ने आगे कहा है कि, बिजली के दामों में सरकार ने इतनी बढ़ोतरी कर दी है कि आम लोगों का जीना दुश्वार हो चला है। इस मुद्दे पर पाकिस्तान सरकार को आड़े हाथों लेते हुए सिराजुल ने कहा, ‘शर्म करो हुक्मरानो, उधर भारत ने चांद पर पैर रखा है और हमारे यहां के हुक्मरानों ने कौम के गले पर पैर रख दिया है।’ सिराजुल हक ने पाकिस्तान सरकार के सामने मांग रखी है कि पिछले दिनों बिजली की कीमतों में जो बढ़त हुई है, उसे फौरन वापस लिया जाना चाहिए। जमाते इस्लामी प्रमुख ने कहा कि यह जनता का दमन करना और उस पर जुल्म करने जैसा है। पाकिस्तान में तो आम जनता पहले ही किसी तरह गुजर कर रही है, परेशानियां झेल रही है। इस सूरत में ऐसी महंगाई से तो उसकी हालत और खस्ता ही होगी।
कट्टरपंथी जमाते इस्लामी प्रमुख ने वर्तमान कार्यवाहक सरकार से यह भी कहा है कि वह पहले की सरकारों की गलत नीतियों पर चलने से खुद को बचाए। सरकार को ऐसा तरीका ढूंढे जिससे आम जनता के सिर से महंगाई का भार कम हो। पाकिस्तान के दूसरे देशों के साथ हुए वित्तीय करारों का उल्लेख करते हुए सिराजुल ने कहा कि इंटरनेशनल मॉनिट्री फंड के साथ हुए करारों की वजह से कई आर्थिक मुश्किलें पैदा हुई हैं, इनकी वजह से पाकिस्तान के आम आदमी का जीना और मुहाल हो चला है। चंद्रयान का एक बार फिर से उल्लेख करते हुए जमाते इस्लामी प्रमुख ने कहा कि भारत ने चंद्रयान चांद पर पहुंचा दिया है, लेकिन इधर पाकिस्तान में पीने को साफ पानी तक नसीब नहीं है। हमारे यहां तो बुनियादी जरूरतें हासिल कर पाना तक एक बड़ी समस्या बन गई है।