ब्रिटेन (UK) के राजपरिवार के शाही खर्च में पिछले साल 5 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है. देश की महंगाई को इसकी वजह माना जा रहा है. हालांकि पिछले साल के रॉयल बजट और खर्च की बैलेंस शीट के हिसाब से आधिकारिक शाही खर्चों के लिए ब्रिटेन के करदाताओं (British Tax Payers) से प्राप्त धन 8.63 करोड़ पाउंड पर अपरिवर्तित रहा. शाही राजघराने यानी बकिंघम पैलेस की ओर से कुछ देर पहले जारी किए गए वित्तीय वर्ष 2022-23 के सालाना आंकड़ों में ये विस्तृत जानकारी साझा की गई है.
पिछले साल के खर्च के आंकड़ों में बढोतरी की एक बड़ी वजह शाही राजघराने का ‘महत्वपूर्ण परिवर्तन’ की अवधि भी रही है, क्योंकि पिछले साल सितंबर में अपनी मां महारानी एलिजाबेथ द्वितीय के निधन के बाद महाराज चार्ल्स तृतीय सिंहासन पर बैठे हैं.
इस बार के आंकड़ों में राजपरिवार से संबंधित महत्वपूर्ण परिवर्तन की अवधि को शामिल किया गया है, जिसमें प्लैटिनम जुबली और महारानी एलिजाबेथ द्वितीय की राजकीय अंत्येष्टि तथा महाराज के राज्याभिषेक जैसे बिंदुओं को शामिल किया गया है. आंकड़ों को ध्यान में रखते हुए अब पूरे देश में किंग चार्ल्स तृतीय की ताजपोशी के पहले साल में बढ़े खर्च और ब्रिटिश करदाताओं के पैसे के इस्तेमाल को लेकर एक बार चर्चा जोर पकड़ रही है.
अधिकारिक जानकारी के मुताबिक ‘साल 2022-23 के लिए कुल सरकारी अनुदान 8.63 करोड़ पाउंड के बराबर था, जिसमें आधिकारिक यात्रा, संपत्ति के रखरखाव और शाही परिवार के घर की परिचालन लागत शामिल है.’ आंकड़ों के मुताबिक ब्रिटेन की सरकार अपने करदाताओं का जो पैसा हर साल शाही परिवार को देती है उस धनराशि में पिछले साल की तुलना में 1 पाउंड का भी इजाफा नहीं हुआ है.
सरकारी अनुदान के पूरक के लिए शाही निवेश और संपत्ति के माध्यम से अर्जित आय पिछले वर्ष 98 लाख पाउंड थी, जो 2021-22 के 99 लाख पाउंड से एक प्रतिशत कम है. वहीं, आधिकारिक शाही खर्चों के लिए करदाताओं का धन 8.63 करोड़ पाउंड पर अपरिवर्तित रहा है.