भारत सरकार हिन्दी को वैश्विक भाषा का दर्जा दिलाने के लिए कितनी गंभीर है इसका अंदाजा प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का अंतरराष्ट्रीय मंचों, विभूतियों के बीच हिन्द को प्राथमिकता देने से लगता है। संयुक्त राष्ट्र जैसे अंतरराष्ट्रीय मंच पर हिंदी भाषा को सम्मान प्राप्त है लेकिन उसके प्रयोग को और बढ़ावे के लिए मोदी सरकार विशेष प्रयास कर रही है। इसी दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम बढ़ाया गया जब भारत ने संयुक्त राष्ट्र को 10 लाख अमेरिकी डॉलर का चेक सौंपा। यह राशि उस संगठन में हिन्दी के उपयोग को बढ़ाने पर खर्च की जाएगी। यूएन में भारत की स्थायी प्रतिनिधि रुचिरा कंबोज ने कल इस राशि का चेक यूएन में वैश्विक संचार विभाग की वरिष्ठ अधिकारी मेलिसा फ्लेमिंग को सौंपा। इसके बाद कंबोज ने अपने ट्वीट में लिखा, “भाषा की समावेशिता में निवेश! हमने यूएन में हिंदी के प्रयोग को बढ़ावा देने के लिए संयुक्त राष्ट्र के वैश्विक संचार विभाग की अवर महासचिव मेलिसा फ्लेमिंग को दस लाख डॉलर का चेक अर्पित किया है। ‘यूएन में हिंदी’ (Hindi@UN) उपक्रम के अंतर्गत हम आने वाली रुकावटों को हटा रहे हैं और सार्वजनिक पहुंच में विस्तार कर रहे हैं।” एक अन्य ट्वीट में कंबोज ने लिखा, ”यह समावेशी संवाद तथा समझ को बढ़ाने की दिशा में एक कदम है।”
चेक दिए जाने के मौके पर भारतीय स्थायी प्रतिनिधि ने बताया कि हिंदी भाषा में समाचार तथा मल्टीमीडिया की सामग्री को मुख्यधारा में लाने और बल देने की संयुक्त राष्ट्र की कोशिशों की भारत तथा उन देशों में तारीफ की गई है जहां हिंदी बोलने वाले लोग रहते हैं। कंबोज ने आगे कहा कि भारत सरकार इस उद्देश्य हेतु संयुक्त राष्ट्र में हिंदी भाषा के प्रयोग को बढ़ावा देना जारी रखने वाली है। भारत के लिए संयुक्त राष्ट्र के साथ साझेदारी करना प्रसन्नता की बात है।
We are grateful to @IndiaUNNewYork and @ruchirakamboj for their generous investment in our @UNinHindi service to bring UN news and stories to Hindi speaking audiences in India and beyond. https://t.co/xldubikL03
— Melissa Fleming 🇺🇳 (@MelissaFleming) July 17, 2023
संयुक्त राष्ट्र के सार्वजनिक सूचना विभाग की मदद से हिंदी@यूएन परियोजना की शुरुआत 2018 में की गई थी। इसका उद्देश्य है संयुक्त राष्ट्र में हिन्दी की सार्वजनिक पहुंच को विस्तार देते हुए दुनिया के लाखों हिंदी भाषी लोगों के बीच विश्व के मुद्दों के बारे में और जागरूकता लाना।
उल्लेखनीय है कि ट्विटर पर यूएन हिंदी सोशल मीडिया खाते के 50,000, इंस्टाग्राम के 29,000 तथा फेसबुक पेज के 15,000 फॉलोअर्स हैं। इनमें प्रतिवर्ष करीब 1000 पोस्ट डाली जाती हैं। हिंदी यूएन समाचार की वेबसाइट पर 13 लाख लोग आते हैं। इतना ही नहीं, ये वेबसाइट चोटी के दस इंटरनेट सर्च इंजन में शामिल है।