अमेरिका का सबसे एडवांस फाइटर जेट एफ-35 लाइटनिंग-II खो गया है। इस एफ-35 फाइटर जेट की खूबियाँ ही अब सरकार के गले की फाँस बन गई हैं। जी हाँ, एफ-35 लाइटनिंग-II फाइटर जेट जिस स्टील्थ टेक्नोलॉजी (रडार की पकड़ से दूर) की वजह से सबसे खतरनाक माना जाता है, उसी टेक्नोलॉजी की वजह से वो गायब हो गया है। वो ऑटो पायलट मोड पर था और उसका पायलट इजेक्ट (प्लेन से बाहर निकलना) कर गया था।
एफ-35 फाइटर जेट को अमेरिका ने अपने नाटो के सहयोगी देशों को भी दिया है। हालाँकि, ये बहुत महँगा भी है। इसके एक यूनिट की कीमत 150 मिलियन डॉलर यानि 12 अरब 48 करोड़ रुपए से अधिक है।
ये फाइटर जेट रडार की पकड़ में नहीं आता, तो इसकी ट्रैकिंग मुश्किल है। ऐसे में ये किस जगह गिरा होगा, इसकी कोई जानकारी नहीं है। हो सकता है कि ऑटो पायलट मोड पर होने की वजह से ये जहाज उस जगह से बहुत दूर निकल गया हो और ऐसी किसी जगह पर हो, जहाँ इनसानी रिहाइश ही न हो। ये जगह घटनास्थल के पास से लेकर 1000 हजार या डेढ़ हजार किलोमीटर से भी ज्यादा दूर हो, क्योंकि इसकी रेंज 2000 हजार किलोमीटर से ज्यादा की है।
Based on the jet’s last-known position and in coordination with the FAA, we are focusing our attention north of JB Charleston, around Lake Moultrie and Lake Marion.
— Joint Base Charleston (@TeamCharleston) September 17, 2023
अब इस मुद्दे पर स्थानीय जन प्रतिनिधि नैंसी मैक ने अमेरिकी एयरफोर्स को घेरा है। उन्होंने आम लोगों से मदद माँगने की घटना पर गुस्सा उतारते हुए कहा है कि क्या अमेरिकी एयरफोर्स, एक ऐसा फाइटर जेट खोजने की कोशिश कर रही है, जिसमें कोई ट्रैकिंग डिवाइस ही नहीं है? या वो चाहती है कि आम लोग इस जेट को ढूंढें और उसे ऑन करें? उनके शब्दों पर गौर करें तो वो हैरानी जताने के साथ तंज करते हुए लापरवाही का आरोप लगा रही है।
Now that I got that out of the way. How in the hell do you lose an F-35?
How is there not a tracking device and we’re asking the public to what, find a jet and turn it in?
— Nancy Mace (@NancyMace) September 18, 2023
इस हादसे में फाइटर जेट से इजेक्ट करने वाला पायलट सुरक्षित है। उसे जरूरी मेडिकल सहायता दी जा रही है। हालाँकि, ये नहीं पता चल पाया है कि प्लेन में ऐसी कौन सी खराबी आई थी कि उसे प्लेन को ऑटो पायलट मोड में डालकर इजेक्ट करना पड़ा।