रायगढ़ जिले के आपदाग्रस्त इरशालवाड़ी गांव में शनिवार को तीसरे दिन मलबे में दबे तीन और शव मिले हैं। इनमें एक पुरुष का और दो महिलाओं के शव हैं। अब तक इस हादसे में 26 लोगों की मौत हो चुकी है। 143 लोगों को मलबे से निकाला जा चुका है, जबकि 87 लोगों की तलाश अभी भी जारी है।
कोंकण संभागीय आयुक्त डॉ. महेंद्र कल्याणकर के अनुसार भारी बारिश के कारण बुधवार रात रायगढ़ जिले के इरशालवाड़ी में पहाड़ी का हिस्सा धसककर इरसालवाड़ी गांव के घरों पर गिर गया था। इसके बाद गुरुवार से यहां पहाड़ी हिस्से के मलवे से लोगों को ढ़ूंढने का काम जारी है। मौके पर जाने का रास्ता न होने की वजह से यहां जेसीबी अथवा पोकलेन नहीं जा सकती है। इसी वजह से मौके पर फावड़े और कुदाल के सहयोग से मलबा बहुत ही सावधानी से हटाया जा रहा है।
मौके पर एनडीआरएफ और सिडको सहित स्वयंसेवी संस्थाओं के लगभग एक हजार लोग राहत और बचाव कार्य कर रहे हैं। भारी बारिश की वजह से यहां राहत कार्य में अड़चन आ रही है। इरशालवाड़ी गांव में कुल 48 परिवार में 228 लोग रहते थे। इस घटना में बचाए गए लोगों के लिए 60 कंटेनर उपलब्ध कराए गए हैं। मौके पर बचाए गए लोगों के लिए भोजन और अन्य सभी तरह की सुविधाएं उपलब्ध करवाई जा रही है। मौके पर मेडिकल टीम को भी तैनात किया गया है।