असम में हिमंता विस्वा सरमा की सरकार ने बाल विवाह को खत्म करने के लिए जरूरी कार्रवाई शुरू किया है। इसके तहत राज्य के हैलाकांडी जिले में कम-से-कम 17 फर्जी काजी को गिरफ्तार किया है। ये काजी बच्चों का निकाह कराते थे। इन्हें जिले के अलग-अलग जगहों से पकड़ा गया है।
पकड़े गए काजियों की पहचान अजीरुद्दीन लश्कर, फरीजुद्दीन लश्कर, असदुल्ला लश्कर, अब्दुल जलाल लश्कर, नुरुल हक लश्कर, अफताबुद्दीन लश्कर, अब्दुल सलाम बरभुइया, अबु बकर बरभुइया, सरीफुद्दीन बरभुइया, कैसर अहमद, मुफ्ती अबुल हुसैन, अब्दुस्सलाम मजूमदार, मुजाकिर हुसैन मजूमदार, उबैदुल्लाह चौधरी और सईदुल हक के रूप में हुई है।
एक अधिकारी ने कहा कि इन काजियों के पास निकाह कराने के लिए जरूरी प्रमाण पत्र नहीं है। इसके साथ ही वे जिले में बाल विवाह में संलिप्त पाए गए हैं। दरअसल, काजी इस्लाम में निकाह कराने का काम करते हैं। इन काजियों से पूछताछ की जा रही है। पुलिस ने उनके कब्जे से दस ‘कबुलनामा’ जब्त किए हैं।
पुलिस अधिकारी का कहना है कि गिरफ्तार लोगों में से एक आरोपित ने जिले में अवैध रूप से 150-200 निकाह करवाए हैं। इनमें से कुछ बाल विवाह भी शामिल हैं। हैलाकांडी के ASP समीर बरुआ ने बताया कि पुलिस ने आरोपितों से कई निकाह रजिस्टर जब्त किए हैं। इसके अलावा भी कई दस्तावेज भी जब्त किए गए हैं।
बताते कि इस महीने की शुरुआत में असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने कहा कि दिसंबर 2023 तक राज्य में बहुविवाह प्रथा को खत्म कर दिया जाएगा। इसके साथ ही 2026 तक बाल विवाह को पूरी तरह खत्म करने की बात कही। उन्होंने कहा कि 1 सितंबर से बाल विवाह के खिलाफ फिर कार्रवाई की जाएगी।
असम सरकार बहुविवाह पर प्रतिबंध लगाने के लिए दिसंबर में राज्य विधानसभा में एक विधेयक पेश कर सकती है। ख्यमंत्री सरमा ने घोषणा की है कि इसे अगले 45 दिनों में अंतिम रूप दिया जाएगा। इसके लिए उन्होंने एक कमिटी भी गठित की है। उस कमिटी ने अपनी रिपोर्ट भी दे दी है।
सिलचर में मीडिया से बातचीत करते हुए सीएम सरमा ने कहा, “मसौदा तैयार किया जा रहा है और दिसंबर तक असम में बहुविवाह खत्म हो जाएगा। 15 सितंबर के बाद राज्य में बाल विवाह पर गिरफ्तारी का एक और दौर देखने को मिलेगा।” सीएम ने कहा कि राज्य में बाल विवाह के खिलाफ हर 6 महीना पर कार्रवाई की जाएगी।
इसके पहले फरवरी 2023 में असम सरकार ने बाल विवाह कराने वालों पर बड़ी कार्रवाई की थी। इस संबंध में राज्य में अब तक 4 हजार से ज्यादा केस रजिस्टर किए गए हैं। वहीं 2200 से ज्यादा लोगों को गिरफ्तार किया गया था। इस कार्रवाई पर AIMIM के नेता असदुद्दीन ओवैसी और AIUDF के चीफ मौलाना बदरुद्दीन अजमल ने सवाल उठाया था।
उस दौरान सीएम सरमा ने कहा था कि अब तक पूरे प्रदेश में बाल विवाह से संबंधित 4074 केस दर्ज किए गए हैं। कुल 8134 आरोपितों की पहचान की गई है। उन्होंने कहा कि बाल विवाह के खिलाफ कार्रवाई जारी रहेगी और हमें लगभग 3500 लोगों को गिरफ्तार करना होगा।