रॉयल स्वीडिश एकेडमी ऑफ साइंसेज ने अर्थशास्त्र के लिए नोबेल पुरस्कार 2023 का एलान कर दिया है। अल्फ्रेड नोबेल की स्मृति में 2023 के स्वेरिग्स रिक्सबैंक पुरस्कार क्लाउडिया गोल्डिन को देने का फैसला लिया गया है। उन्हें महिलाओं के श्रम बाजार के परिणामों के बारे में हमारी समझ को उन्नत या विकसित करने के लिए यह सम्मान दिया गया है।
क्लाउडिया गोल्डिन ने सदियों से महिलाओं की कमाई और श्रम बाजार भागीदारी का पहला व्यापक विवरण मुहैया कराने का काम किया है। उनके शोध से बदलाव के कारणों और शेष लिंग अंतर के मुख्य स्रोतों का पता चला। इनके रिसर्च से पता चला कि वैश्विक श्रम बाजार में महिलाओं का प्रतिनिधित्व बहुत कम है और जब वे काम करती हैं तो पुरुषों की तुलना में कम कमाती हैं। गोल्डिन ने अभिलेखों का पता लगाया और 200 वर्षों से अधिक का डेटा एकत्र किया, जिससे उन्हें यह साबित किया कि कमाई और रोजगार दरों में लिंग अंतर कैसे और क्यों बदल गया?
Sveriges Riksbank Prize in Economic Sciences in Memory of Alfred Nobel 2023 awarded to Claudia Goldin "for having advanced our understanding of women’s labour market outcomes" pic.twitter.com/HdW335NFJp
— ANI (@ANI) October 9, 2023
कौन हैं ये शख्सियत?
1946 में न्यूयॉर्क में जन्मी क्लाउडिया गोल्डिन, गोल्डिन कैम्ब्रिज में हार्वर्ड विश्वविद्यालय में प्रोफेसर हैं। इस वर्ष आर्थिक विज्ञान में पुरस्कार विजेता, क्लाउडिया गोल्डिन ने सदियों से महिलाओं की कमाई और श्रम बाजार में भागीदारी का पहला व्यापक विवरण प्रदान किया है। रॉयल स्वीडिश एकेडमी ऑफ साइंसेज ने कहा कि उनके शोध से परिवर्तन के कारणों के साथ-साथ शेष लिंग अंतर के मुख्य स्रोतों का पता चलता है।