विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कतर में फांसी की सजा पाने वाले 8 भारतीयों के परिवारों से मुलाकात की। जयशंकर ने मुलाकात के दौरान इस बात पर जोर दिया गया कि भारत सरकार मामले को सर्वोच्च महत्व दे रही है और सभी भारतीयों की सजा रोकने के लिए तेजी से काम कर रही है।
रिहाई का दिया आश्वासन
बातचीत के दौरान जयशंकर ने कहा कि परिवारों की चिंताओं और दर्द को मैं पूरी तरह महसूस करता हूं। उन्होंने कहा कि सरकार उनकी रिहाई सुनिश्चित करने के लिए सभी प्रयास करना जारी रखेगी। इस संबंध में परिवारों के साथ निकटता से समन्वय भी करेगी।
पूर्व भारतीय नौसेना अधिकारियों को मिली फांसी की सजा
बता दें कि कतर की एक अदालत ने 8 पूर्व भारतीय नौसेना अधिकारियों को मौत की सजा सुनाई है। कतर का कहना है कि ये सभी लोग कतर की जासूसी कर देश को खतरा पहुंचा रहे थे।
Met this morning with the families of the 8 Indians detained in Qatar.
Stressed that Government attaches the highest importance to the case. Fully share the concerns and pain of the families.
Underlined that Government will continue to make all efforts to secure their release.…
— Dr. S. Jaishankar (@DrSJaishankar) October 30, 2023
ये आरोप लगे हैं
आठों पूर्व भारतीय नौसेना अधिकारियों को बीते साल हिरासत में लिया गया था। इनपर देश की जासूसी करने का आरोप लगाया गया था। इन भारतीयों पर इजरायल के लिए कतर के सबमरीन प्रोजेक्ट की गुप्त जानकारी चुराने का आरोप लगा है।
विदेश मंत्रालय ने कही ये बात
कतर की अदालत द्वारा सजा सुनाए जाने के बाद विदेश मंत्रालय ने इस फैसले पर हैरानी और एतराज जताया था। मंत्रालय ने कहा कि वो इस फैसले से स्तब्ध है और कानूनी विकल्प तलाश रही है।
बता दें कि ये सभी लोग अपनी रिटायरमेंट के बाद दोहा की एक कंपनी में काम करते थे, जिसके काम से वो कतर गए थे।