इजरायल और हमास के युद्ध के बीच अब यमन के हूती आतंकियों की एक नापाक हरकत सामने आई है। खबर है कि यमन के हूती आतंकियों ने रविवार (19 नवंबर 2023) को लाल सागर में 25 क्रू मेंबर वाले एक जहाज पर कब्जा किया। शायद उन्होंने इसे इजरायल का जहाज समझकर पकड़ा, लेकिन हकीकत में जहाज उनका नहीं है।
इजरायली डिफेंस फोर्स ने इस संबंध में ट्वीट कर कहा- “दक्षिण लाल सागर में यमन के पास हूतियों की ओर से कार्गो शिप का अपहरण वैश्विक स्तर पर एक बेहद गंभीर घटना है। यह एक ऐसा जहाज है, जिस पर एक भी इजरायली नहीं है। यह जहाज अंतर्राष्ट्रीय नागरिक दल के साथ तुर्की से भारत के लिए रवाना हुआ था।”
The hijacking of a cargo ship by the Houthis near Yemen in the southern Red Sea is a very grave incident of global consequence.
The ship departed Turkey on its way to India, staffed by civilians of various nationalities, not including Israelis. It is not an Israeli ship.
— Israel Defense Forces (@IDF) November 19, 2023
बता दें कि यमन के हूती आतंकियों ने इस हरकत से पहले इजरायली जहाजों को लेकर धमकी जारी की थी। अब्दुल मलिक अल-हूती ने धमकी में कहा था कि वह लोग इजरायली कंपनियों के स्वामित्व वाले या उनकी ओर से चलाए जाने वाले जहाजों को निशाना बनाने वाले हैं। उन्होंने कहा था जिस भी जहाज पर इजरायल का झंडा लगा होगा, उसे जलाया जाएगा। हूती आतंकियों की इन्हीं धमकियों के कुछ दिन बाद जहाज पर कब्जा हो गया।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, जिस जहाज पर कब्जा किया गया है वह ब्रिटिश कंपनी के रजिस्ट्रेशन वाला है। जहाज का नाम गैलेक्सी लीडर है। वर्तमान में इसे जापानी कंपनी को लीज पर दिया गया था। हूती विद्रोहियों ने जब इस पर कब्जा किया उस समय जहाज पर कोई इजरायली सवार नहीं था बल्कि कई अलग अलग देश जैसे यूक्रेन, बुल्गारिया, फिलीपींस और मैक्सिकों आदि के क्रू मेंबर सवार थे।
इस जहाज के हाईजैक होने के बाद हमास के ओसामा हमदान ने भी प्रतिक्रिया दी। उसने कहा, “यमनी विद्रोही संगठन हूती की ओर से यह एक सराहनीय कदम है। मेरा मानना है कि इजरायल द्वारा गाजा में किया गया अपराध हर वफादार को फिलीस्तीनी लोगों की रक्षा और समर्थन करने के लिए उत्सुक बनाता है। उन्हें मेरी शुभकामनाएँ। लेबनान और इराक में लोगों ने इजरायल के खिलाफ प्रदर्शन किया। उन सभी लोगों का शुक्रिया जो अरब मुल्कों और दूसरे इस्लामी देशों में इजरायली अपराध के खिलाफ सड़कों पर उतरे।”
उल्लेखनीय है कि हमास आतंकियों पर कार्रवाई करने के कारण दुनिया भर के कट्टरपंथी इजरायल से नाराज हैं। हाल में भारत में तैनात इजरायल के राजदूत नाओर गिलोन को भी धमकियाँ दी गईं। हालाँकि देश के खुफिया विभाग ने ये जानकारी होने पर धमकी भरे पत्रों की जाँच की बात कही और साथ ही एंबेसी की सुरक्षा को लेकर उचित कदम उठाने को कहा। इसके बाद राजदूत व इजरायल एबेंसी की सुरक्षा को बढ़ा दिया गया।