अयोध्या में भगवान रामलला के विग्रह की प्राण प्रतिष्ठा के बाद राम मंदिर को श्रद्धालुओं के लिए खोल दिया गया है। रामभक्त अपने आराध्य प्रभु श्रीराम के दर्शन के लिए बेसब्र हो रहे हैं। लाखों की संख्या में राम भक्त अयोध्या में मौजूद हैं। वहीं, आज से बीजेपी का ‘श्री राम जन्म-भूमि दर्शन’ अभियान शुरू होने जा रहा है। इसकी शुरुआत आज पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा करेंगे। इसके तहत हर लोकसभा से 6 हजार भक्तों को रामलला दर्शन के लिए अयोध्या ले जाया जाएगा। ये अभियान 25 मार्च तक चलेगा।
अयोध्या में भगवान राम के नए मंदिर का उद्घाटन हो चुका है। उद्घाटन के बाद पहले ही दिन लाखों लोगों की भीड़ भगवान राम के दर्शन पाने के लिए पहुंच चुकी है। भक्तों की इसी भावना को देखते हुए उन्हें केवल एक हजार रुपये में अयोध्या आने-जाने, रहने-खाने और दर्शन की सुविधा उपलब्ध कराई जा रही है। यदि आप भी भगवान राम के दर्शन करना चाहते हैं, तो आप भी केवल एक हजार रुपये खर्च कर यह सुविधा प्राप्त कर सकते हैं।
दरअसल, भाजपा ने अपने सभी सांसदों, विधायकों, मंत्रियों और संगठन के वरिष्ठ पदाधिकारियों को निर्देश दिया है कि वे अपने-अपने क्षेत्र से उन सभी लोगों को अयोध्या ले जाने की व्यवस्था करें, जो लोग भगवान राम के दर्शन करना चाहते हैं। यह योजना आज 23 जनवरी से शुरू होकर 25 मार्च तक चलेगी। पूरे देश के हर लोकसभा क्षेत्र, हर विधानसभा क्षेत्र और हर ब्लॉक स्तरीय मंडल से लोगों को अयोध्या ले जाने की तैयारी है। अनुमान है कि इस योजना के के साथ साथ अपने स्तर पर लगभग एक करोड़ राम भक्त 25 मार्च तक रामलाल के दर्शन करेंगे। उत्तर प्रदेश भाजपा और विश्व हिंदू परिषद के कार्यकर्ताओं को इस बीच लोगों को अयोध्या में प्रशासनिक सुविधाओं में सहयोग करने का निर्देश दिया गया है।
VHP भी 5000 कार्यकर्ताओं को कराएगा दर्शन
भारतीय जनता पार्टी के एक नेता ने अमर उजाला को बताया कि दिल्ली के सभी सात लोकसभा क्षेत्रों से अयोध्या के लिए सात ट्रेनें ले जाई जा रही हैं। यदि भक्तों की संख्या ज्यादा होगी, तो इसके लिए अतिरिक्त ट्रेनों की व्यवस्था की जाएगी। बिहार से 29 जनवरी से ट्रेनें चलनी शुरू हो जाएंगी और यह 25 मार्च तक चलती रहेंगी। इसी प्रकार पूरे देश के सभी राज्यों से राम भक्तों को अयोध्या ले जाकर उन्हें दर्शन कराने की तैयारी है। विश्व हिंदू परिषद अपने स्तर पर लगभग 5000 कार्यकर्ताओं को अयोध्या ले जाकर भगवान राम के दर्शन करने की योजना बना रहा है।
भाजपा के एक नेता के मुताबिक 1000 रुपये की राशि केवल इसलिए रखी गई है, जिससे केवल गंभीर लोग ही भगवान राम के दर्शनों के लिए इस योजना का लाभ उठाएं। दक्षिण भारत और पूर्वोत्तर के सुदूर राज्यों से अयोध्या तक आने में ही कई हजार रुपये खर्च हो जाते हैं। इस यात्रा पर आने वाला शेष खर्च पार्टी नेता या सांसद-विधायकों के द्वारा वहन किया जाएगा। माना जा रहा है कि भाजपा की इस योजना का उद्देश्य लोकसभा चुनाव 2024 के अंतर्गत एक लहर बनाना भी है।
रामलला के दर्शन को बेताब हुआ जनसैलाब
अयोध्या में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के बाद रामलला के कपाट भक्तों के लिए खुल गए हैं। आज दर्शन का दूसरा दिन है। सुबह की मंगला आरती और भोग के बाद सुबह 7 बजे से राम भक्त अपने प्रभु के दर्शन कर सकेंगे। भगवान रामलला के दर्शन के लिए मंदिर के बाहर लाखों की संख्या में मौजूद हैं जो अपने रामलला की एक झलक पाने को बेताब है। भक्तों की भारी भीड़ को देखते हुए अयोध्या में सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं। साथ ही दूसरे शहरों से आने वाली बसों को फिलहाल रोक दिया गया है। सीएम से लेकर अफसर तक भक्तों से शांति और धैर्य की अपील कर रहे हैं।