भारी बारिश ने पूर्वोत्तर में कहर बरपाया हुआ है। असम में इस समय भयानक बाढ़ से स्थिति गंभीर बनी हुई है। इससे तीन और लोगों की मौत हो गई और नये क्षेत्र जलमग्न हो गए, हालांकि प्रभावित लोगों की संख्या में मामूली कमी आई है। नदियां उफान पर हैं और प्रभावित लोगों ने विभिन्न क्षेत्रों में राहत शिविरों में शरण ली है।
असम राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एएसडीएमए) की रविवार रात जारी बुलेटिन में कहा गया कि 13 जिलों में 5,35,246 लोग बाढ़ से प्रभावित हैं। शनिवार को 10 जिलों में प्रभावित लोगों की संख्या 6,01,642 थी। 28 से 18 मई तक बाढ़ और तूफान में कछार में दो और नागांव में एक व्यक्ति की मौत की खबर है।
खतरे के निशान में ये तीन प्रमुख नदियां
एएसडीएमए बुलेटिन में कहा गया है कि तीन प्रमुख नदियां – कोपिली, बराक और कुशियारा खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं। सबसे अधिक प्रभावित जिला नागांव है, जहां 3,03,567 लोग प्रभावित हुए हैं। इसके बाद कछार में 1,09,798 और होजाई में 86,382 लोग प्रभावित हुए हैं।
39,000 से ज्यादा विस्थापित लोग अलग-अलग जिलों में 193 राहत शिविरों में शरण ले रहे हैं। 82 राहत वितरण केंद्र भी चालू हैं। एनडीआरएफ, एसडीआरएफ और स्थानीय प्रशासन समेत कई एजेंसियों द्वारा बचाव और राहत अभियान चलाया जा रहा है, जबकि प्रभावित इलाकों में मेडिकल टीमें भी तैनात की गई हैं। अलग-अलग जिलों से सड़कों, पुलों और दूसरी संपत्तियों समेत बुनियादी ढांचे को नुकसान पहुंचने की खबरें मिली हैं।