लोकसभा चुनाव परिणाम के दिन नीट-यूजी के परिणाम घोषित कर एनटीए क्या छिपाना चाहती थी? :- याज्ञवल्क्य शुक्ल।
अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (अभाविप) , राष्ट्रीय पात्रता सह-प्रवेश परीक्षा (नीट-यूजी 2024) के आयोजन के दौरान गड़बड़ियों तथा परीक्षा परिणाम घोषित होने के उपरांत प्रवेश परीक्षा की प्रक्रिया व परीक्षा परिणाम पर उठ रहे प्रश्नों के समाधान के लिए सीबीआई जॉंच की मांग करती है। इस परीक्षा के आयोजन के दिन ही देश के अलग-अलग हिस्सों में गड़बड़ियां सामने आईं थी तथा अलग-अलग स्थानों पर सॉल्वर पकड़े गए, साथ ही कुछ स्थानों पर प्रश्न पत्र बांटने आदि में भी गड़बड़ी मिली। विद्यार्थी परिषद, नीट परीक्षा के अभ्यर्थियों की उचित मॉंगों के साथ है।
मेडिकल संस्थानों में प्रवेश के लिए आयोजित की जाने वाली इस परीक्षा की पारदर्शिता पर विद्यार्थियों के बीच संदेह है। नीट-यूजी की परीक्षा के दिन भी देश के अलग-अलग स्थानों पर व्यवस्था की गड़बड़ियां सामने आईं थीं। इससे यह भी स्पष्ट हो गया कि राष्ट्रीय परीक्षा एजेंसी ने परीक्षा के आयोजन के लिए आवश्यक तैयारियां नहीं की थीं।
अभाविप के राष्ट्रीय महामंत्री श्री याज्ञवल्क्य शुक्ल ने सूरत में आयोजित एक प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए कहा कि नीट-यूजी की परीक्षा परिणाम के संदर्भ में अभ्यर्थियों के बीच गड़बड़ी का संदेह है, इस पूरे प्रकरण की सीबीआई जॉंच होकर दोषियों पर कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए। नीट के परीक्षा परिणाम में एक ही सेंटर से कई टॉपर्स होने से इस वर्ष के परीक्षा परिणाम पर कई तरह से संदेह उत्पन्न हो रहा है। राष्ट्रीय परीक्षा एजेंसी पर पहले भी यूजीसी-नेट आदि परीक्षाओं के आयोजन के संदर्भ में सवाल खड़े हुए थे। नीट परीक्षा के आयोजन में जो गड़बड़ियां हुईं हैं, उसके लिए इस पूरे विषय से सम्बद्ध ब्यूरोक्रेसी जिम्मेदार है।
अभाविप के आयाम मेडिविजन के राष्ट्रीय संयोजक डॉ अभिनंदन बोकरिया ने कहा कि नीट परीक्षा परिणाम आने के बाद विद्यार्थियों की आत्महत्या करने की मामले हुए हैं, यह अत्यंत दुखद है। इस मामले में उचित कार्रवाई होनी चाहिए जिससे छात्रों में परीक्षा के आयोजन को लेकर भरोसे की स्थिति बने।