दिल्ली के इंदिरा गांधी इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर हुए हादसे में एक शख्स की मौत हो गई तो वहीं पांच लोग बुरी तरह जख्मी हो गए. इस हादसे में घायल और मृतक तो एक तरफ हो गए, लेकिन इस पर राजनीति करने वाले भी एक्टिव हो गए हैं.
कांग्रेस और बीजेपी के बीच आरोप और प्रत्यारोप का दौर शुरू हो गया. विपक्ष ने मोदी सरकार के द्वारा किए गए विकास कार्यों पर सवाल खड़े कर दिए. वहीं सूत्रों के मुताबिक केंद्र सरकार ने भी यह दावा किया है कि जो हिस्सा गिरा है वह 2009 में यूपीए की सरकार के दौरान बना था.
बीजेपी ने भी पूछ लिए सवाल
इसको लेकर बीजेपी आईटी सेल प्रमुख अमित मालवीय ने एक्स पर पोस्ट करते हुए कांग्रेस से ही सवाल पूछ लिया. अमित मालवीय ने कहा कि एयरपोर्ट के टर्मिनल 1 का जो हिस्सा ढह गया, वह 2009 में खोला गया था, जब कांग्रेस के नेतृत्व वाली यूपीए सत्ता में थी. उन दिनों गुणवत्ता जांच की कोई अवधारणा नहीं थी और जो भी सत्तारूढ़ कांग्रेस को सबसे बड़ी रिश्वत भेजता था, उसे ठेके दे दिए जाते थे. उन्होंने कहा “सोनिया गांधी, जो उस समय सुपर पीएम थीं, अब उनको जवाब देना चाहिए.”
The part of T1 that collapsed was opened in 2009, when Congress led UPA was in power.
In those days there was no concept of quality check and contracts were given to whoever sent the biggest kickback to the ruling Congress.
Sonia Gandhi, who was then the super PM, must answer.
— Amit Malviya (@amitmalviya) June 28, 2024
2008-09 में बना था टर्मिनल 1
दिल्ली एयरपोर्ट के टर्मिनल 1 की जो छत गिरी है, उसका निर्माण साल 2008-09 में हुआ था. इसके निर्माण कार्य का काम जीएमआर ने निजी ठेकेदारों को ठेके पर दिया था.
सरकार ने किया मुआवजे का ऐलान
दिल्ली एयरपोर्ट पर हुए हादसा इतना खौफनाक रहा कि इसमें 1 शख्स की मौत हो गई तो वहीं 5 लोग बुरी तरह घायल हो गए हैं. वहीं मूसलाधार बारिश के कारण छत के नीचे खड़ी कारें भी उसकी चपेट में आ गईं. जिसके बाद केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री राम मोहन नायडू किंजारापू ने मृतकों और घायलों के लिए मुआवजे की घोषणा की. उन्होंने कहा कि जान गंवाने वाले लोगों को 20 लाख रुपये और घायलों के लिए 3 लाख रुपये मुआवजे के तौर पर दिए जाएंगे.