हिमाचल प्रदेश में 3 विधानसभा सीटों पर हो रहे उपचुनाव को लेकर सियासी सरगर्मियां तेज होती जा रही हैं. बीजेपी और कांग्रेस नेताओं के बीच जुबानी जंग भी तेज हो गई है. इसी बीच भारतीय जनता पार्टी (BJP) के नेताओं ने हमीरपुर विधानसभा सीट पर होने वाले उपचुनाव में पार्टी प्रत्याशी आशीष शर्मा के खिलाफ झूठे आरोप लगाने के लिए बुधवार को मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू से माफी की मांग की.
सीएम सुक्खू ने मंगलवार को यहां एक जनसभा को संबोधित करते हुए आशीष शर्मा पर राज्य में कांग्रेस सरकार को गिराने की साजिश रचने का आरोप लगाया और कहा कि वह (आशीष शर्मा) एक ‘लालची और अहंकारी’ व्यक्ति हैं, जो केवल करोड़ों रुपये के ठेके हासिल करने के लिए काम करते हैं.
‘कांग्रेस को तीनों सीटों पर हार का सामना करना पड़ेगा’
बीजेपी नेता त्रिलोक जामवाल ने एक बयान जारी कहा कि मुख्यमंत्री ‘झूठ के सबसे बड़े ठेकेदार हैं और उनके कृत्यों के कारण कांग्रेस को राज्य की तीन विधानसभा सीट पर होने वाले उपचुनाव में हार का सामना करना पड़ेगा. देहरा, हमीरपुर और नालागढ़ सीट के लिए उपचुनाव 10 जुलाई को होना है. आशीष शर्मा समेत तीन निर्दलीय विधायकों ने फरवरी में हुए राज्यसभा चुनाव में बीजेपी के पक्ष में मतदान किया था और विधानसभा से इस्तीफा देकर बीजेपी में शामिल हो गए थे, जिसके बाद इन तीन सीट पर उपचुनाव हो रहा है.
बीजेपी उम्मीदवारों पर झूठे आरोप लगा रहे- सीएम सुक्खू
बिलासपुर (सदर) से विधायक और हमीरपुर उपचुनाव के लिए बीजेपी के सह-प्रभारी त्रिलोक जामवाल ने कहा, ”मुख्यमंत्री के गृह जिले हमीरपुर समेत तीनों सीट पर पार्टी की हार को भांपते हुए सुक्खू बीजेपी उम्मीदवारों पर झूठे आरोप लगा रहे हैं. बीजेपी ने तीनों सीट पर पूर्व विधायकों शर्मा, केएल ठाकुर और होशियार सिंह को ही फिर से चुनाव मैदान में उतारा है.
त्रिलोक जामवाल ने कहा अगर सुक्खू कहते हैं कि कांग्रेस के कार्यकाल में शर्मा ने उनसे करोड़ों के ठेके लिए तो क्या यह समझा जाए कि ठेके मुख्यमंत्री कार्यालय द्वारा बांटे जाते हैं? क्या इस सरकार की खुली निविदा प्रणाली में कोई खामी है या फिर मुख्यमंत्री के पास चुनाव के समय झूठ बोलने के अलावा कोई विकल्प नहीं बचा है?.
श्री नैनादेवी सीट से बीजेपी विधायक रणधीर शर्मा ने एक बयान में मुख्यमंत्री से कहा कि वे बीजेपी प्रत्याशी आशीष शर्मा के खिलाफ लगाए गए सभी आरोपों का सबूत दें या फिर हमीरपुर की जनता को गुमराह करने के लिए माफी मांगें.