उत्तर प्रदेश के 2 अलग-अलग जिलों ने नाबालिग बच्चों और बच्चियों के यौन उत्पीड़न के मामले सामने आए हैं। अलीगढ़ जिले में दलित समुदाय की 6 वर्षीया बच्ची से रेप की कोशिश करने के आरोप में शकील को 45 साल के शकील को गिरफ्तार किया गया है। वहीं मुरादाबाद जिले में 7 वर्षीय नाबालिग बच्चे के साथ कुकर्म के आरोप में अताउर रहमान के बेटे मुझीपर के खिलाफ FIR दर्ज की गई है। पुलिस मामले की जाँच व अन्य जरूरी कार्रवाई कर रही है।
अलीगढ़ में जाटव समाज की बच्ची का यौन शोषण
पहला मामला अलीगढ़ जिले के थाना क्षेत्र कोतवाली नगर का है। यहाँ 21 अगस्त (बुधवार) को जाटव समुदाय के एक व्यक्ति ने पुलिस में शिकायत दर्ज करवाई। शिकायतकर्ता ने बताया कि बुधवार को उनकी 6 वर्षीया बेटी घर के बाहर खेलते हुए अचानक गायब हो गई। परिजनों ने खोजबीन शुरू की तो काफी दूर झाड़ियों में उन्हें शकील उर्फ़ चेटा बच्ची के साथ दिखाई दिया। आरोप है कि शकील नाबालिग बच्ची के कपड़े उतारते हुए अश्लील हरकतें कर रहा था। जब पीड़िता के परिजन वहाँ पहुँचे तो शकील उनको भी गाली बकने के साथ जातिसूचक शब्द बोलने लगा।
हंगामा होता देख कर आसपास के लोग जमा हो गए। लोगों की मदद के शकील को पकड़ कर थाने लाया गया। रास्ते में वो पीड़ितों को जान से मार डालने की धमकी देता रहा। पीड़ित परिवार ने शकील पर कड़ी कार्रवाई की माँग की है। पुलिस ने शकील को गिरफ्तार कर लिया है। उस पर भारतीय न्याय संहिता (BNS) की धारा 75, 76, 115 (2), 351 (2), 351 (3) और 352 के साथ SC/ST एक्ट के तहत कार्रवाई की गई है। शकील को जेल भेज दिया गया है।
अताउर के बेटे ने किया 7 वर्षीय बच्चे से कुकर्म
दूसरा मामला मुरादाबाद जिले के थाना क्षेत्र मूढ़ापाण्डे का है। यहाँ सोमवार (19 अगस्त, 2024) को एक महिला ने पुलिस में शिकायत दर्ज करवाई है। शिकायत में पीड़िता ने बताया कि पड़ोस में रहने वाले अताउर रहमान के बेटे मुझीपर ने उनके 7 वर्षीय बेटे के साथ कुकर्म किया है। पीड़ित को कुछ खिलाने का लालच दे कर सुनसान जगह ले जाया गया था। कुकर्म में मुझीपर के साथ एक अन्य अज्ञात व्यक्ति भी शामिल बताया जा रहा है। जब बच्चा दर्द से कराहने लगा तो उसे कहीं मुँह न खोलने की भी धमकी दी गई।
पीड़ित की माँ ने पुलिस से आरोपितों पर कड़ी कार्रवाई की माँग की है। इस शिकायत पर पुलिस ने मुझीपर को नामजद करते हुए एक अन्य अज्ञात के खिलाफ FIR दर्ज कर ली है। इन पर भारतीय न्याय संहिता (BNS) की धाराओं के साथ पॉक्सो एक्ट के तहत कार्रवाई की गई है। पुलिस मामले की जाँच व अन्य जरूरी कानूनी कार्रवाई कर रही है।