दिल्ली में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनावों के मद्देनजर भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने अपनी चुनावी तैयारियों को तेज कर दिया है। इसी क्रम में हाल ही में आम आदमी पार्टी (आप) छोड़कर बीजेपी में शामिल हुए कैलाश गहलोत को महत्वपूर्ण जिम्मेदारी सौंपी गई है।
कैलाश गहलोत की भूमिका:
- चुनाव संचालन समिति का सदस्य:
- 18 नवंबर को बीजेपी जॉइन करने के बाद कैलाश गहलोत को अब चुनाव संचालन समिति में जगह दी गई है।
- यह समिति दिल्ली में बीजेपी की चुनावी रणनीति बनाने और चुनावी अभियान की निगरानी करेगी।
- आम आदमी पार्टी से बीजेपी में शामिल:
- गहलोत ने 17 नवंबर को आम आदमी पार्टी छोड़ दी थी।
- उन्होंने अपने फैसले को सोच-समझकर लिया गया कदम बताया और कहा कि यह किसी दबाव का नतीजा नहीं है।
- गहलोत का कहना था कि 2015 से अपने राजनीतिक जीवन में उन्होंने कभी किसी के दबाव में कोई फैसला नहीं लिया।
बीजेपी की रणनीति:
- प्रदेश चुनाव संचालन समिति:
- बीजेपी ने 23 सदस्यीय प्रदेश चुनाव संचालन समिति का गठन किया है।
- समिति की अध्यक्षता दिल्ली बीजेपी के अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा करेंगे।
- संयोजक के रूप में हर्षदीप मल्होत्रा की नियुक्ति हुई है।
- चुनावी अभियान को गति देना:
- कैलाश गहलोत को शामिल कर बीजेपी ने एक स्पष्ट संदेश दिया है कि वह आप से असंतुष्ट नेताओं और उनके समर्थकों को अपने पक्ष में करने की कोशिश करेगी।
- समिति का काम बीजेपी की स्थिति को दिल्ली में मजबूत करना और आप सरकार के खिलाफ प्रभावी रणनीति तैयार करना है।
- प्रमुख चेहरों की भागीदारी:
- समिति में दिल्ली बीजेपी के सभी प्रमुख नेताओं को शामिल किया गया है ताकि हर वर्ग और क्षेत्र को ध्यान में रखते हुए चुनावी तैयारियां की जा सकें।
कैलाश गहलोत का बयान:
- गहलोत ने कहा कि आम आदमी पार्टी छोड़ना उनके लिए एक कठिन फैसला था, जिसे उन्होंने सोच-समझकर लिया।
- उन्होंने इस बात से इनकार किया कि उनका यह कदम किसी के दबाव में था।
बीजेपी की उम्मीदें:
- दिल्ली में पिछले विधानसभा चुनावों में बीजेपी को आम आदमी पार्टी के सामने करारी हार का सामना करना पड़ा था।
- इस बार पार्टी अपनी स्थिति मजबूत करने के लिए आक्रामक रणनीति पर काम कर रही है।
- कैलाश गहलोत जैसे नेताओं को शामिल करना पार्टी की कोशिशों का हिस्सा है, जिससे आप के वोट बैंक में सेंध लगाई जा सके।
केजरीवाल का आवास घेरने पहुंचे थे कैलाश
एक दिन पहले ही कैलाश गहलोत बीजेपी नेताओं के साथ AAP संयोजक अरविंद केजरीवाल का आवास घेरने पहुंचे थे. इस प्रोटेस्ट में बीजेपी सांसद मनोज तिवारी, दिल्ली बीजेपी के कई बड़े नेता शामिल हुए थे. दिल्ली बीजेपी के अध्यक्ष और पार्टी कार्यकर्ताओं समेत कई नेताओं को पुलिस ने डिटेन कर लिया था. इस दौरान कैलाश गहलोत ने कहा था कि हम आज शीशमहल के मुद्दे पर प्रोटेस्ट करने के लिए इकट्ठा हुए हैं. मैंने केजरीवाल को चिट्ठी लिखी है, जिसमें कहा है कि शीशमहल की जो कंट्रोवर्सी हुई है वह दुर्भाग्यपूर्ण है. यह मामला आम आदमी पार्टी के मूल सिद्धांतों के साथ हुए समझौते का उदाहरण है.
इस्तीफे के बाद क्या बोले थे कैलाश गहलोत
कैलाश गहलोत ने कहा था कि ये जो नैरेटिव बनाया जा रहा है कि मैंने ईडी या सीबीआई के दबाव में आम आदमी पार्टी छोड़ी है तो ये गलत है. मैं पेशे से वकील हूं. मैं वकालत छोड़कर आम आदमी पार्टी से जुड़ा था क्योंकि हमें एक पार्टी में एक व्यक्ति में उम्मीद नजर आई थी. मेरा मकसद सिर्फ लोगों की सेवा करना था.
‘उनकी मर्जी है, जहां भी जाएं’
इससे पहले आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल ने कैलाश गहलोत के बीजेपी में शामिल होने के सवाल पर कहा था कि यह उनकी (गहलोत) मर्जी है, वह जहां भी जाएं.
गहलोत ने केजरीवाल को भेजी इस्तीफे की चिट्ठी में कहा था कि नया बंगला जैसे कई शर्मनाक और अजीबोगरीब विवाद हैं, जो अब सभी को संदेह में डाल रहे हैं कि क्या हम अभी भी आम आदमी होने में विश्वास करते हैं…अब यह स्पष्ट है कि अगर दिल्ली सरकार अपना अधिकांश समय केंद्र से लड़ने में बिताती है तो दिल्ली के लिए वास्तविक प्रगति नहीं हो सकती. मेरे पास AAP से अलग होने के अलावा कोई विकल्प नहीं बचा है और इसलिए मैं आम आदमी पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे रहा हूं.