रजनीकांत की फिल्म रोबोट तो आपने देखी ही होगी. चिटी नाम का रोबोट अपने ही मालिक के खिलाफ हो जाता है और सब कंट्रोल करने लगता है. हॉलीवुड की फिल्मों में भी अक्सर मशीनों को ‘बगावत’ करते दिखाया जाता है. सोचिए, अगर असल जिंदगी में भी ऐसा हो जाए तो! अमेरिकी सेना के सामने ऐसा ही एक हैरान करने वाला मामला सामने आया है.
अमेरिकी वायुसेना का एक ड्रोन, जिसे AI (Artificial Intelligence) के जरिए चलाया जा रहा था, वो बगावत पर उतर आया. जब उसे कंट्रोल करने वाले ऑपरेटर ने उसे रोकना चाहा तो उसे मार डाला. आज हम आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस पर निर्भर हो रहे हैं, लेकिन इस वजह से खतरनाक स्थिति भी पैदा हो सकती है. चलिए पूरी कहानी बताते हैं.
पिछले महीने अमेरिकी वायुसेना ने एक टेस्ट किया. इस टेस्ट के दौरान AI से कंट्रोल होने वाले ड्रोन को खत्म करने के लिए एक टारगेट दिया गया था. अपने टारगेट को पूरा करने के जुनून में वो इस कदर खो गया कि जिसने उसे रोकने की कोशिश की, उसे ही रास्ते से हटा दिया. अमेरिकी एयर फोर्स में एआई टेस्ट एंड ऑपरेशंस के चीफ कर्नल टकर ‘सिन्को’ हेमिल्टन ने बताया कि सिम्युलेटेड टेस्ट में हमने पाया कि एएआई ड्रोन ने अपना लक्ष्य हासिल करने के लिए हैरान करने वाली रणनीति अपनाई.
Lesson one: as an operator of an AI controlled drone, you should never interfere with the drone as it immediately kills you#AI pic.twitter.com/BpLXTxPGJg
— Timothy Robert (@timingnl) June 2, 2023
AI से चलने वाले अमेरिकी वायु सेना के ड्रोन को दुश्मन का एयर डिफेंस तबाह करने का टारगेट दिया गया था. साथ ही ऑर्डर दिया गया कि जो भी रास्ते में आए उसे खत्म कर दो. उन्होंने एक ब्लॉग में बताया, ‘टेस्ट में पाया कि एआई ने टारगेट की पहचान कर ली. हालांकि बाद में उसके कंट्रोलर ने उसे रोकने की कोशिश की. ऑपरेटर ने कहा कि वह दुश्मन को न मारे. लेकिन उसने एक नहीं सुनी.’ यही नहीं ड्रोन ने उस ऑपरेटर को ही मार डाला, जो उसे रोकने की कोशिश कर रहा था. हालांकि सच में किसी शख्स की मौत नहीं हुई.
अमेरिकी वायुसेना के कर्नल ने आगे बताया कि जैसे ही ड्रोन ने ऑपरेटर पर हमला किया, तो सिस्टम ने उसे रोकने की पूरी कोशिश की. सिस्टम ने कहा, ‘अपने ऑपरेटर को मत मारो! यह खराब है. इसके लिए तुम अपने प्वाइंट गंवा दोगे.’ जरा सोचिए फिर ड्रोन ने क्या किया? ड्रोन ने उस कम्युनिकेशन टावर को ही तबाह करना शुरू कर दिया, जो उसे रोक रहा था.
अमेरिकी सेना ने हाल ही में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस को अपनाया है. उसके एफ-16 फाइटर जेट को भी एआई ही कंट्रोल कर रहा है. कर्नल हेमिल्टन हालांकि इसके पूरी तरह से उपयोग को लेकर आशंकित हैं. गार्जियन की एक खबर के अनुसार वह मानते हैं कि AI सही चीज नहीं है, यह हमेशा के लिए हमारे समाज और मिलिट्री को बदल देगा. हमें ऐसे समाज के लिए तैयार रहना चाहिए.