केंद्रीय गृह मंत्रालय ने पहलगाम हमले के बाद पाकिस्तान के साथ बढ़ते तनाव के बीच उभर रहे ‘नये और जटिल खतरों’ के मद्देनजर सभी राज्यों से सात मई को ‘मॉक ड्रिल’ आयोजित करने को कहा है. मॉक ड्रिल को लेकर गृह मंत्रालय की आज बड़ी बैठक हुई है, जो कि गृहसचिव गोविंद मोहन की अध्यक्षता में हुई है.
पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत सरकार अलर्ट मोड में
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22 अप्रैल 2025 को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में आतंकी हमला हुआ था जिसमें 26 नागरिक, जिनमें अधिकांश पर्यटक थे, मारे गए।
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इसके बाद से भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव बढ़ा है।
गृह मंत्रालय का बड़ा कदम: देशव्यापी ‘मॉक ड्रिल’ 7 मई को
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54 साल बाद इतनी बड़ी राष्ट्रीय नागरिक सुरक्षा समीक्षा और अभ्यास की योजना बनी है।
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गृह सचिव गोविंद मोहन की अध्यक्षता में इस मुद्दे पर महत्वपूर्ण बैठक हुई।
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244 जिलों में मॉक ड्रिल आयोजित की जाएगी।
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दिल्ली में स्थान: दिल्ली कैंट
‘मॉक ड्रिल’ में शामिल होंगे ये अभ्यास
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हवाई हमले की चेतावनी सायरन का परीक्षण
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बंकर और खाइयों की सफाई व उपयोग
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ब्लैकआउट प्रोटोकॉल (लाइट कटऑफ और सुरक्षा उपाय)
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महत्वपूर्ण ठिकानों की सुरक्षा और निकासी योजना का पूर्वाभ्यास
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वायुसेना के साथ हॉटलाइन और रेडियो कम्युनिकेशन लिंक
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नियंत्रण कक्ष और छाया नियंत्रण कक्षों का परीक्षण
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अग्निशमन, सिविल डिफेंस और होम गार्ड बलों की तैनाती
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सामान्य नागरिकों को बचाव प्रशिक्षण
गृह मंत्रालय का सन्देश:
“मौजूदा भू-राजनीतिक परिदृश्य में नये और जटिल खतरे उभर रहे हैं। ऐसे में राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों को हर समय सतर्क और नागरिक सुरक्षा के लिए तैयार रहना चाहिए।”
प्रधानमंत्री मोदी का स्पष्ट संदेश
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पीएम मोदी ने हमले के दोषियों का पीछा करने और कठोर सजा देने का ऐलान किया है।
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उन्होंने कहा कि आतंकवाद फैलाने वालों को “कल्पना से भी अधिक सजा” दी जाएगी।
इस अभ्यास का महत्व
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भारत “नए और जटिल खतरों” से निपटने की तैयारी कर रहा है—जैसे ड्रोन हमले, साइबर अटैक, और सामरिक हमले।
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यह कदम राष्ट्रीय नागरिक सुरक्षा ढांचे को एक्टिव मोड में लाने की दिशा में है।