पूर्व RBI गवर्नर डॉ. रघुराम राजन की विशेष बातचीत भारत की आर्थिक दिशा और उसकी विकसित राष्ट्र बनने की यात्रा पर कई महत्वपूर्ण संकेत देती है। उन्होंने विकसित भारत 2047 के सपने को वास्तविकता में बदलने के लिए कई गंभीर चेतावनियाँ और व्यावहारिक सुझाव दिए।
रघुराम राजन की मुख्य बातें – एक निचोड़
1. GDP ग्रोथ रेट की ज़रूरत
❝ अगर भारत को 2047 तक विकसित देश बनना है, तो हमें 8-9% की सतत वृद्धि दर की जरूरत है। ❞
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भारत अभी भी अपेक्षाकृत गरीब देश है, इसलिए 6.5%-7.4% ग्रोथ सराहनीय तो है, पर पर्याप्त नहीं।
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चुनावी खर्चों में देरी और वैश्विक अनिश्चितताओं के बावजूद मौजूदा आंकड़े ठीक हैं, लेकिन आराम करने का समय नहीं है।
2. आम नागरिक की आय, GDP रैंकिंग से ज्यादा जरूरी
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“जर्मनी को पीछे छोड़ने” जैसे आंकड़े प्रतीकात्मक हो सकते हैं, लेकिन असली मापदंड आम आदमी की आय है।
❝ GDP रैंकिंग नहीं, आम भारतीय की क्रय शक्ति और जीवन गुणवत्ता ज़्यादा मायने रखती है। ❞
3. निवेश और खपत को देना होगा बढ़ावा
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निजी और सार्वजनिक निवेश को बढ़ाना होगा।
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घरेलू खपत और विदेशी निवेश को फिर से प्रोत्साहित करना होगा ताकि आर्थिक इंजन तेज़ी से दौड़े।
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लोगों को भारतीय अर्थव्यवस्था पर भरोसा दिलाना नीतियों की प्राथमिकता होनी चाहिए।
4. वैश्विक अनिश्चितताएँ: खतरा और मौका दोनों
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अमेरिका में ट्रंप की वापसी और टैरिफ व व्यापार नीति में बदलाव भारत के लिए चिंता का विषय।
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इससे विदेशी निवेशकों में अनिश्चितता और झिझक पैदा हो सकती है।
❝ व्यापारिक माहौल अस्थिर हो सकता है, जिससे धीमापन आ सकता है। ❞
5. ग्रामीण मांग, मानसून और समानता के संकेत
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इस साल अनुकूल मानसून की संभावना और ग्रामीण क्षेत्रों में खपत में सुधार सकारात्मक संकेत हैं।
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इससे न केवल आर्थिक गति बढ़ेगी, बल्कि सामाजिक असमानता भी घटेगी।
6. भारत का ‘समय आ गया’ – लेकिन…?
❝ भारत का टाइम आ गया है, लेकिन इसके लिए निरंतर और समावेशी नीतियों की ज़रूरत है। ❞
राजन के अनुसार:
✅ कुशल आबादी के निर्माण पर फोकस
✅ सेवा क्षेत्र में नई नौकरियों का निर्माण
✅ निर्यात के लिए नए अवसरों का सृजन
✅ सभी वर्गों को विकास में शामिल करना – यही असली ‘विकसित भारत’ होगा
विश्लेषण: राजन का दृष्टिकोण क्यों अहम है?
पहलू | राजन की चेतावनी | वर्तमान स्थिति |
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GDP ग्रोथ | 8-9% की जरूरत | 6.5% पर स्थिर |
नीति | समावेशी और निवेश-प्रेरित | चुनावी वर्षों में खर्च-रोक |
ग्लोबल ट्रेंड | ट्रंप वापसी से अनिश्चितता | अभी मजबूत स्थिति |
सामाजिक प्रभाव | असमानता को पाटना जरूरी | शहरी-ग्रामीण अंतर बरकरार |
रणनीति | शिक्षा, कौशल, निर्यात | मौजूदा प्रयास अधूरे |
रघुराम राजन का संदेश साफ है —
“हमारे पास मौका है, लेकिन हमें स्थिर गति से नहीं, छलांग लगाकर आगे बढ़ना होगा।”
2047 का सपना तभी साकार होगा जब हम केवल आंकड़ों की जीत नहीं, व्यापक जनसमृद्धि और स्थायी विकास पर केंद्रित रहेंगे।