क्या अगले महीने कोई बड़ी तबाही मचने के आसार हैं? क्या पुतिन यूक्रेन पर अपने आक्रमण को और मारक करने जा रहे हैं? क्या पुतिन की ताजा घोषणा एक कोरी धमकी है? ऐसे कई सवाल दुनियाभर के कूटनीतिकों और युद्ध विशेषज्ञों के मन में घुमड़ रहे हैं। पुतिन ने कल साफ कहा है कि वह आगामी 7—8 जुलाई को पड़ोसी देश बेलारूस में परमाणु हथियार तैनाती करने वाले हैं। पुतिन के अनुसार, उन्होंने इसके आदेश भी दे दिए हैं।
उल्लेखनीय है कि कल रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने घोषणा की है कि रूस अगले महीने की 7—8 तारीख को बेलारूस में अपने कुछ परमाणु शस्त्र तैनात कर देगा। उधर बेलारूस के यहां जो विपक्षी दल हैं उन्होंने इस घोषणा को पश्चिम को ‘ब्लैकमेल’ करने की एक चाल बताया है। दरअसल पुतिन ने बेलारूस के राष्ट्रपति अलेक्जेंद्र लुकाशेन्को से भेंट के बाद यह घोषणा करते हुए कहा है कि 7-8 जुलाई तक बेलारूस में परमाणु अस्त्रों का ठिकाना बनाने का काम पूरा हो जाएगा।
पुतिन की यह घोषणा ऐसे समय पर सामने आई है जब यूक्रेन ने अग्रिम मोर्चे के कई इलाकों में रूस पर अपने हमले बढ़ा दिए हैं। हालांकि रूस का दावा है कि उसकी सेना से यूक्रेन को उन इलाकों से पीछे खदेड़ दिया है।
यहां यह ध्यान देना जरूरी है कि बेलारूस वही देश है जहां से रूस ने पिछले साल 24 फरवरी को यूक्रेन में अपने सैनिक उतारे थे। बेलारूस रूस का सहयोगी देश है जहां मास्को ने अपने हथियार और जवानों को युद्ध के लिए इकट्ठा किया था। पुतिन ने अपने विशेष टेलीविजन संदेश में कहा है कि सब कुछ रणनीति के अनुसार चल रहा है। उन्होंने यह भी कहा कि 7-8 जुलाई को संबंधित केंद्र तैयार हो जाएंगे। तभी हम उस क्षेत्र में ऐसे हथियारों की तैनाती करनी शुरू कर देंगे।
पुतिन की इस घोषणा के बाद बेलारूस से निर्वासित विपक्षी नेता स्वेतलाना सिखानोउस्काया की तरफ से इसकी कड़ी निंदा की गई। उनका कहना है, कि पुतिन और उनके कठपुतली लुकाशेन्को जुलाई में विलिनियस में नाटो सम्मेलन के तुरन्त बाद बेलारूस में परमाणु शस्त्र तैनात करने की तैयारी में हैं। यह बेशक हर लिहाज से ब्लैकमेल करना ही है। पुतिन कहते हैं कि रूस से हार मनवाने के लिए अमेरिका और उसके सहयोगी देश परोक्ष युद्ध लड़ रहे हैं, इसी लिए वे यूक्रेन को मदद के लिए हथियार उपलब्ध कराते ही जा रहे हैं।
पुतिन की इस घोषणा के बाद बेलारूस से निर्वासित विपक्षी नेता स्वेतलाना सिखानोउस्काया की तरफ से इसकी कड़ी निंदा की गई। उनका कहना है, कि पुतिन और उनके कठपुतली लुकाशेन्को जुलाई में विलिनियस में नाटो सम्मेलन के तुरन्त बाद बेलारूस में परमाणु शस्त्र तैनात करने की तैयारी में हैं। यह बेशक हर लिहाज से ब्लैकमेल करना ही है। पुतिन कहते हैं कि रूस से हार मनवाने के लिए अमेरिका और उसके सहयोगी देश परोक्ष युद्ध लड़ रहे हैं, इसी लिए वे यूक्रेन को मदद के लिए हथियार उपलब्ध कराते ही जा रहे हैं।