बिहार के पूर्णिया में एक ठग ने खुद को थानेदार बताकर कई लोगों को ग्राम रक्षा दल और होमगार्ड में नौकरी दिलाने के नाम पर लाखों रुपए की ठगी की है। कस्बा थाना इलाके के मोहिनी पंचायत के बतौना गाँव में राहुल कुमार साह नाम के शख्स ने बाकायदा एक फर्जी कैंप खोल रखा था, जहाँ वह पुलिस की वर्दी पहनकर बैठता था और लोगों को झांसा देता था।
कैसे दिया झाँसा?
जानकारी के मुताबिक, फर्जी थानेदार राहुल NCC का कोर कैडर था और उसके गिरोह में ज्यादातर एनसीसी कैंडेट थे। राहुल साह ने लोगों को विश्वास दिलाने के लिए हर हथकंडा अपनाया। राहुल ने सरकारी स्कूल में ‘बिहार राज्य दलपति एवं ग्राम रक्षा दल महासंघ’ का फर्जी कार्यालय खोला।
लोगों को 10,000 से 15,000 रुपए तक लेकर नौकरी दिलाने का वादा किया, फर्जी नियुक्ति पत्र बांटे, वर्दी सिलवाई, आई-कार्ड भी बनवाए, और तो और कुछ लोगों से मेला और अन्य जगहों पर ड्यूटी भी करवाई।
लोगों को इस बात का जरा भी शक नहीं हुआ, क्योंकि राहुल पुलिस की वर्दी में रहता था और असली पुलिसवालों के साथ फेसबुक पर तस्वीरें भी डालता था। उसने मोहिनी पंचायत के मुखिया से अपने फर्जी कैंप का उद्घाटन भी करवा लिया था।
करीब 2 महीने तक नौकरी करने के बाद जब लोगों को वेतन नहीं मिला, तो उन्हें शक हुआ। सच्चाई सामने आने पर पता चला कि वे ठगी का शिकार हो गए हैं। इसके बाद भारी तादाद में पीड़ित राहुल साह के घर पहुँच गए और हंगामा करने लगे।
पुलिस की कार्रवाई
पीड़ितों ने कस्बा थाने में राहुल कुमार साह के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई है। थाना प्रभारी ने बताया कि प्राथमिकी दर्ज कर ली गई है, लेकिन आरोपित राहुल साह फिलहाल फरार है। पुलिस ने बताया कि राहुल ने 300 लोगों से 50 लाख की ठगी की है। राहुल युवाओं को पुलिस की वर्दी, लाठी और फर्जी पहचान पत्र देकर वाहन जाँच और शराब तस्करों से अवैध वसूली करवाई थी।
जानकारी के अनुसार राहुल ने युवाओं से 400 रुपये तक के चालान कटवाए, जिसमें से आधा कमीशन के रूप में दिया जाता था। राहुल शराब तस्करों से रिश्वत भी लेता था। फिलहाल पुलिस आरोपित की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी कर रही है और उसके परिजनों ने जल्द सरेंडर करवाने का आश्वासन दिया है।