प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का त्रिनिदाद और टोबैगो दौरा न केवल एक राजनयिक यात्रा रहा, बल्कि उसमें ‘बिहारी अंदाज’ का एक गहरा सांस्कृतिक और भावनात्मक जुड़ाव भी दिखाई दिया। यह यात्रा खास इसलिए भी रही क्योंकि 1999 के बाद किसी भारतीय प्रधानमंत्री की यह पहली यात्रा थी और इस दौरान पीएम मोदी का भव्य स्वागत किया गया। बिहार से लगभग 15 हजार किलोमीटर दूर इस छोटे कैरेबियाई देश में प्रधानमंत्री कमला प्रसाद बिसेसर, जो स्वयं बिहार के बक्सर जिले की जड़ों से जुड़ी हैं, ने पारंपरिक भारतीय अंदाज में पीएम मोदी का स्वागत किया। भोजपुरी चौताल, ढोल की थाप और भारतीय परिधानों में सजे 38 मंत्रियों के साथ स्वागत एक अद्वितीय दृश्य था।
PM Modi attends dinner hosted by Trinidad and Tobago counterpart Kamla Persad-Bissessar
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— ANI Digital (@ani_digital) July 4, 2025
त्रिनिदाद में ‘पटना स्ट्रीट’ जैसे नामों के उल्लेख और प्रधानमंत्री मोदी के संबोधन में बिहार के शहरों बनारस, पटना, कोलकाता और दिल्ली का संदर्भ इस बात का संकेत था कि प्रवासी भारतीयों ने अपने मूल को कितनी मजबूती से संजोया है। पीएम मोदी ने प्रधानमंत्री कमला को ‘बक्सर की बेटी’ कहकर न केवल उनका सम्मान किया, बल्कि बिहार के लाखों लोगों को एक सूक्ष्म लेकिन भावनात्मक राजनीतिक संदेश भी दिया। उन्होंने यह भी बताया कि कमला प्रसाद के पूर्वज 1889 में बक्सर के भेलपुर गांव से मजदूर के रूप में यहां आए थे और उनकी छठी पीढ़ी अब त्रिनिदाद में नेतृत्व कर रही है।
Landed in Port of Spain, Trinidad & Tobago. I thank Prime Minister Kamla Persad-Bissessar, distinguished members of the Cabinet and MPs for the gesture of welcoming me at the airport. This visit will further cement bilateral ties between our nations. Looking forward to addressing… pic.twitter.com/lyxxnKKfsR
— Narendra Modi (@narendramodi) July 3, 2025
अपने संबोधन में पीएम मोदी ने कहा कि बिहार की विरासत केवल भारत ही नहीं, बल्कि पूरी दुनिया का गौरव है। उन्होंने प्रवासी भारतीयों की भावना को सम्मान देते हुए कहा कि वे अपनी जमीन छोड़ सकते हैं, लेकिन अपनी आत्मा नहीं छोड़ते – वे एक शाश्वत सभ्यता के दूत हैं। प्रधानमंत्री ने भारतीय मूल के लोगों को एक खास उपहार भी दिया – अब प्रवासी भारतीयों की छठी पीढ़ी भी ओवरसीज सिटीजनशिप ऑफ इंडिया (OCI) कार्ड के लिए पात्र होगी, जिससे उन्हें भारत से और निकटता का अनुभव होगा।
एगो अनमोल सांस्कृतिक जुड़ाव !
बहुत खुशी भइल कि पोर्ट ऑफ स्पेन में हम भोजपुरी चौताल प्रस्तुति के प्रदर्शन देखनी. त्रिनिदाद एंड टोबैगो आ भारत, खास करके पूर्वी यूपी आ बिहार के बीच के जुड़ाव उल्लेखनीय बा। pic.twitter.com/A6Huogo7CJ
— Narendra Modi (@narendramodi) July 4, 2025
रात्रिभोज में भी बिहार की झलक साफ दिखी। भोज को पारंपरिक रूप से ‘सोहारी’ के पत्तों पर परोसा गया, जो बिहार और खासकर भोजपुरी संस्कृति से जुड़ा है। ‘सोहारी’ शब्द का अर्थ होता है ‘देवताओं के लिए भोजन’ और यह धार्मिक आयोजनों में इस्तेमाल होता है। यह पूरी यात्रा एक सांस्कृतिक सेतु बन गई, जिसने बिहार की विरासत, प्रवासी भावना और भारतीयता को एक मंच पर एकत्र कर दिया।
Sharing some glimpses from the welcome at Port of Spain. May the friendship between India and Trinidad & Tobago continue to scale new heights in the times to come! pic.twitter.com/RkAW4pQBKw
— Narendra Modi (@narendramodi) July 3, 2025
बिहार विधानसभा चुनाव से पहले यह दौरा चाहे कूटनीतिक रहा हो, लेकिन उसमें छिपा राजनीतिक संदेश काफी महीन और दूरगामी है – यह देखना दिलचस्प होगा कि इसका क्या असर राज्य की सियासत पर पड़ता है।
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