बॉलीवुड फिल्म आदिपुरुष पर विवाद बढ़ता ही जा रहा है. आदिपुरुष फिल्म के विवादित डॉयलॉग बदलने के बाद भी मुसीबत अभी टली नहीं है.रिलीज के बाद से डायरेक्टर ओम राउत, राइटर मनोज मुंतसिर और बाकी स्टार कास्ट की जमकर आलोचना हो रही है. वहीं, अब इस फिल्म के खिलाफ मुंबई पुलिस कमिश्नर के समक्ष एफआईआर दर्ज की गई है. यह एफआईआर संजय तिवारी के द्वारा मुंबई हाई कोर्ट एडवोकेट आशीष राय, पंकज मिश्रा और दिव्या गुप्ता के माध्यम से की गई है.
साथ ही फिल्म में से विवादित सीन एवं डायलॉग के निरीक्षण किए बगैर फिल्म निर्माता को सैद्धांतिक सर्टिफिकेट दिए जाने की जिक्र किया गया है.
CBFC पैनलिस्ट के खिलाफ जांच की मांग
शिकायत में वर्तमान सीबीएसई बोर्ड अध्यक्ष एवं अन्य पैनलिस्ट से के सैद्धांतिक रिलीज के लिए प्रमाण पत्र जारी करने में लापरवाही बरतने की बात की गई है. इसके साथ ही CBFC बोर्ड के वर्तमान अध्यक्ष और अन्य पैनलिस्ट के खिलाफ जांच की मांग भी की गई है.
शिकायत में बताया गया कि फिल्म आदिपुरुष में सिनेमैटोग्राफ अधिनियम, 1952 की धारा 5 (बी) के तहत जारी CBFC बोर्ड के दिशानिर्देशों के खिलाफ बहुत सारे तथ्य पाए गए है. इसके बावजूद भी फिल्म को वैश्विक स्तर पर प्रसारित करने एवं भारत में सिनेमाघरों में प्रसारित करने के लिए सर्टिफिकेट प्रदान किया गया है.
हिंदू धर्म के लोगों की भावनाओं को पहुंची ठेस
फिल्म आदिपुरुष के विवादास्पद संवाद एवं प्रस्तुतीकरण के कारण भारत के अन्य राज्यों में सनातन धर्मयों के द्वारा शिकायत दर्ज करवाई जा रही है. शिकायत में बताया गया कि फिल्म निर्माता एवं निर्देशक और अन्य सभी लोगों की अनैतिक कृत्य के कारण हिंदू धर्म की धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाया गया है. भारत देश के साथ-साथ इसका असर अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी देखा गया है. भारत एवं नेपाल जैसे देश के रिश्तो पर भी खासा असर पड़ा है.
शिकायत में मांग की गई है कि फिल्म आदिपुरुष के सभी विवादित संवाद एवं प्रस्तुतीकरण को निकालने के पश्चात ही उसे दोबारा रिलीज करने की अनुमति प्रदान की जाए .