भारत के AMCA (Advanced Medium Combat Aircraft) प्रोजेक्ट में एक महत्वपूर्ण कदम उठाने की तैयारी की जा रही है, खासकर 2025 में बेंगलुरु के येलहंका एयरफोर्स स्टेशन पर आयोजित होने वाले एयरो इंडिया 2025 में। यहां रक्षा मंत्रालय AMCA प्रोजेक्ट के लिए 110kN थ्रस्ट इंजन के विकास में विदेशी साझेदारी का ऐलान कर सकता है।
भारत के साझेदार:
सूत्रों के मुताबिक, Safran (फ्रांस), Rolls-Royce (यूके) और General Electric (अमेरिका) जैसी कंपनियों में से किसी एक के साथ समझौता किया जा सकता है। इसके अलावा, रूस ने भी भारत को AMCA प्रोजेक्ट के लिए RD-33 इंजन के 5वें जनरेशन संस्करण की पेशकश की है, जिसमें टेक्नोलॉजी ट्रांसफर (TOT) का भी प्रस्ताव है। भारत को अब यह तय करना है कि कौन सा दावेदार बेहतर डील पेश करता है और उसी के साथ AMCA इंजन की डील फाइनल की जाएगी।
110kN इंजन की विशेषताएं:
यह इंजन सुपरसोनिक गति को बिना आफ्टरबर्नर के बनाए रखेगा, जिससे विमान की रेंज और मारक क्षमता में वृद्धि होगी। यह इंजन विमान को बिना अधिक ईंधन जलाए तेज रफ्तार बनाए रखने में मदद करेगा, जो इसकी मारक क्षमता और रेंज को बेहतर बनाएगा।
AMCA कार्यक्रम का महत्व:
AMCA प्रोजेक्ट सिर्फ एक नया लड़ाकू विमान बनाने का नहीं, बल्कि भारत के एयरोस्पेस सेक्टर को सशक्त बनाने का एक बड़ा कदम है। इससे नई तकनीक आएगी, रोजगार के अवसर उत्पन्न होंगे, और स्वदेशी रक्षा तकनीक को बढ़ावा मिलेगा।
AMCA की विशेषताएं:
- 5.5 पीढ़ी का विमान: AMCA भारत का पहला स्टील्थ फाइटर जेट होगा। इसका वजन 27 टन होगा और इसमें अत्याधुनिक सुविधाएं होंगी।
- प्रारंभिक प्रोटोटाइप: पहले प्रोटोटाइप का निर्माण 2028 तक होने की उम्मीद है, और इसे युद्ध के लिए तैयार होने में लगभग 6-7 साल का समय लगेगा।
- अमेरिकी F-35 और रूस के Su-57 से मुकाबला: AMCA अमेरिकी F-35 और रूस के Su-57 को कड़ी टक्कर देगा।
- फाइटर जेट की विशेषताएं: इसमें 23 मिलीमीटर का GSh-23 कैनन, S8 रॉकेट पॉड्स, अस्त्र मिसाइल्स, ब्रह्मोस एनजी और रुद्रम मिसाइल जैसी उच्च तकनीकी हथियार होंगे।
- गति और रेंज: इसकी अधिकतम गति 2633 km/hr और कॉम्बैट रेंज 1620 किलोमीटर होगी, जबकि इसकी कुल रेंज 3240 किलोमीटर होगी।
उत्पादन और भविष्य की योजना:
- बड़े पैमाने पर उत्पादन: 2035 तक AMCA का बड़े पैमाने पर उत्पादन शुरू होने की संभावना है।
- भारतीय वायुसेना और भारतीय नौसेना: AMCA को दोनों सेवाओं के लिए डिज़ाइन किया जाएगा। भारतीय वायुसेना इस विमान के 7 स्क्वाड्रन बनाने की योजना बना रही है।
- AMCA मार्क-2: पहले वर्जन के बाद, AMCA मार्क-2 में और ताकतवर इंजन लगाने की योजना है।
इस प्रोजेक्ट के जरिए भारत अपने वायुसेना की ताकत को बढ़ाते हुए स्वदेशी विमान निर्माण क्षमता को भी सशक्त बनाएगा।