पश्चिम बंगाल में पुलिस ने छापेमारी करके 34,000 किलोग्राम (किसी-किसी रिपोर्ट में 1.14 लाख किलोग्राम की बात कही गई है) अधिक विस्फोट (Explosive) बरामद किया है। इसके साथ ही 100 से अधिक लोगों को भी गिरफ्तार किया गया है। राज्य के पुलिस अधिकारी के अनुसार के इस मामले में 132 मामले दर्ज किए गए हैं।
राज्य पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने मंगलवार (23 मई 2023) को बताया कि पुलिस ने ग्रामीण पश्चिम बंगाल में विभिन्न जगहों पर छापेमारी की। इस दौरान भारी मात्रा में विस्फोटक और अवैध पटाखे बरामद किए गए। इन्हें विभिन्न कारखानों में अवैध रूप से बनाया जा रहा था।।
छापेमारी की यह कार्रवाई सोमवार (22 मई 2023) को शुरू हुई और मंगलवार की रात तक जारी रही। पुलिस ने जिन इलाकों में छापेमारी की, उनमें नदिया, उत्तर और दक्षिण 24 परगना जैसे जिले शामिल हैं। छापेमारी के साथ ही पुलिस ने पटाखों पर भी प्रतिबंध लगा दिया।
पुलिस अधिकारी ने कहा, “अब तक हमने लगभग 34,000 किलोग्राम विस्फोटक जब्त किए हैं और पटाखों पर प्रतिबंध लगा दिया है। कम-से-कम 100 लोगों को कथित तौर पर उन्हें स्टोर करने और अपना व्यवसाय चलाने के लिए गिरफ्तार किया है।” इन जगहों पर पटाखा बनाने का काम होता था।
उन्होंने कहा कि विभिन्न जिलों की पुलिस को जब्त किए गए विस्फोटकों और पटाखों की बरामदगी और गिरफ्तारियों पर रिपोर्ट दर्ज करने के लिए कहा है। दरअसल, पिछले 8 दिनों के भीतर ग्रामीण बंगाल में अवैध पटाखा निर्माण इकाइयों में विस्फोट की कई घटनाएँ सामने आई थीं।
बंगाल में विस्फोट की तीन घटनाओं और एक गोदाम में आग लगने से 17 लोगों की मौत हो गई थी। वहीं, 16 मई को पुरबा मेदिनीपुर के एगरा में हुए विस्फोट में मुख्य आरोपित सहित 12 लोगों की मौत हो गई थी। वहीं, 22 मई को दक्षिण 24 परगना के बजबज में एक परिवार के तीन सदस्यों की मौत हो गई थी।
इस बीच पश्चिम बंगाल सरकार ने मंगलवार (22 मई 2023) को दक्षिण 24 परगना जिले के बारुईपुर इलाके के हराल में ‘बाजी (पटाखे) बाजार’ को बंद करने का फैसला किया। अधिकारी ने कहा कि वहाँ के सभी व्यापारियों को कच्चे माल को स्थानीय पुलिस स्टेशन में जमा करने के लिए कहा गया है।