पंजाब के सीमावर्ती जिले तरनतारन में एक बड़ी कामयाबी हासिल करते हुए पंजाब पुलिस ने पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई (ISI) द्वारा प्रायोजित एक अंतरराष्ट्रीय हथियार तस्करी मॉड्यूल का भंडाफोड़ किया है। यह मॉड्यूल भारत में अशांति फैलाने और आतंकवादी गतिविधियों को अंजाम देने के मकसद से काम कर रहा था। पुलिस ने इस मॉड्यूल से जुड़े दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है और उनके कब्जे से छह अत्याधुनिक हथियार, जिनमें जिंदा कारतूस भी शामिल हैं, बरामद किए हैं।
बरामद हथियारों का विवरण:
- दो पीएक्स5.30 पिस्तौल (PX5.30 pistols) – ये आधुनिक, उच्च क्षमता वाली पिस्तौलें हैं, जो आमतौर पर सुरक्षाबलों या प्रशिक्षित लड़ाकों द्वारा प्रयोग की जाती हैं।
- चार 9एमएम ग्लॉक पिस्तौलें (9mm Glock pistols) – ये विश्वप्रसिद्ध हथियार हैं, जो हल्के वजन, विश्वसनीयता और घातकता के लिए जाने जाते हैं।
- बरामद पिस्तौलों के साथ कई जिंदा कारतूस भी मिले हैं, जो उनके उपयोग की गंभीर मंशा को दर्शाते हैं।
पुलिस कार्रवाई और मॉड्यूल का खुलासा:
डीजीपी गौरव यादव ने इस पूरे ऑपरेशन की जानकारी अपने एक्स (पूर्व ट्विटर) अकाउंट के जरिए साझा की। उन्होंने बताया कि यह मॉड्यूल आईएसआई और पाकिस्तान स्थित तस्करों के सीधे संपर्क में था, और पंजाब के सीमावर्ती क्षेत्र में ड्रोन के माध्यम से हथियारों और नशीले पदार्थों की तस्करी करता था।
तरनतारन के एसएसपी अभिमन्यु राणा ने बताया कि इस मॉड्यूल की सूचना मिलने के बाद पुलिस ने विशेष अभियान चलाया और लखना गांव से दो संदिग्धों—सूरज और अर्शदीप को गिरफ्तार किया। दोनों आरोपी राजोके गांव से तस्करी की खेप उठाते थे, जिसे ड्रोन के माध्यम से पाकिस्तान से भारत भेजा जाता था।
संभावित साजिश और उद्देश्य:
पुलिस के अनुसार, यह मॉड्यूल भारत में कानून-व्यवस्था को अस्थिर करने और युवाओं को आतंकी गतिविधियों में शामिल करने की साजिश का हिस्सा था। हथियारों की यह खेप पंजाब में हिंसा फैलाने और आतंकवाद को पुनर्जीवित करने की रणनीति के तहत भेजी गई थी। इसके पीछे पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी ISI का हाथ होने की पुष्टि शुरुआती जांच में सामने आई है।
आगे की कार्रवाई:
पुलिस ने दोनों आरोपियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। बरामद हथियारों की फॉरेंसिक जांच कराई जा रही है, ताकि यह पता लगाया जा सके कि इनका इस्तेमाल पहले किसी आपराधिक गतिविधि में तो नहीं हुआ। इसके अलावा, इन हथियारों की आपूर्ति श्रृंखला (supply chain), ड्रोन ऑपरेटरों, और पाकिस्तान स्थित आकाओं के बारे में जानने के लिए गहन छानबीन जारी है।
पंजाब पुलिस की सतर्कता:
डीजीपी गौरव यादव ने यह भी स्पष्ट किया कि पंजाब पुलिस पूरी तरह सतर्क है और राज्य में शांति व्यवस्था को भंग करने की किसी भी साजिश को सफल नहीं होने देगी। उन्होंने यह भरोसा दिलाया कि ऐसे सभी मॉड्यूल्स को जड़ से समाप्त किया जाएगा और सीमा सुरक्षा एजेंसियों के साथ समन्वय बढ़ाकर इन गतिविधियों पर लगाम कसी जाएगी।
यह ऑपरेशन पंजाब पुलिस की तेज कार्रवाई, खुफिया दक्षता और सतर्कता का एक उदाहरण है। इससे न केवल एक खतरनाक मॉड्यूल का पर्दाफाश हुआ है, बल्कि यह भी संकेत मिला है कि पाकिस्तान स्थित आतंकी तंत्र लगातार भारत के खिलाफ साजिशों में जुटा है। लेकिन पंजाब पुलिस के सक्रिय और रणनीतिक प्रयास इन मंसूबों को विफल कर रहे हैं।