छत्तीसगढ़ के अबूझमाड़ क्षेत्र में सुरक्षा बलों और नक्सलियों के बीच हुई मुठभेड़ में मारे गए नक्सलियों की संख्या बढ़कर पांच हो गई है, जिनमें दो महिला नक्सली भी शामिल हैं। इस मुठभेड़ में सुरक्षा बल के एक जवान, हेड कांस्टेबल सन्नू करम, ने वीरगति प्राप्त की।
घटना का विवरण
- मुठभेड़ की शुरुआत:
- मुठभेड़ शनिवार शाम को दक्षिण अबूझमाड़ के जंगलों में नारायणपुर और दंतेवाड़ा जिलों की सीमा पर हुई।
- अभियान शुक्रवार को चार जिलों (नारायणपुर, बस्तर, कोंडागांव, और दंतेवाड़ा) की सुरक्षा टीमों द्वारा शुरू किया गया था।
- मारे गए नक्सली:
- शनिवार को मुठभेड़ के बाद रविवार को चार नक्सलियों के शव बरामद हुए।
- सोमवार को तलाशी अभियान के दौरान एक और नक्सली का शव मिला, जिससे कुल संख्या पांच हो गई।
- प्रारंभिक जानकारी के अनुसार, मारे गए नक्सलियों में दंडकारण्य स्पेशल जोनल कमेटी (डीकेएसजेडसी) के पीएलजीए प्लाटून नंबर 32 के वरिष्ठ कैडर शामिल हैं।
- बरामद हथियार:
- घटनास्थल से एके-47 राइफल, सेल्फ-लोडिंग राइफल (एसएलआर) और अन्य स्वचालित हथियार बरामद किए गए हैं।
- सुरक्षाबलों की टीमें:
- इस अभियान में जिला रिजर्व गार्ड (डीआरजी) और विशेष कार्य बल (एसटीएफ) के जवान शामिल थे।
नक्सल विरोधी अभियान की प्रगति
- तलाशी अभियान जारी:
- घटना के बाद क्षेत्र में तलाशी अभियान अभी भी चल रहा है।
- सुरक्षाबल इलाके की सघन जांच कर रहे हैं, ताकि और नक्सलियों को पकड़ा या बेअसर किया जा सके।
- पिछले साल की कार्रवाई:
- पिछले वर्ष छत्तीसगढ़ में हुई अलग-अलग मुठभेड़ों में सुरक्षाबलों ने 219 नक्सलियों को मार गिराया था।
शहीद जवान को श्रद्धांजलि
- हेड कांस्टेबल सन्नू करम, जिन्होंने इस मुठभेड़ में अपनी जान गंवाई, को सुरक्षा बलों और स्थानीय प्रशासन ने श्रद्धांजलि अर्पित की।
- यह बलिदान सुरक्षाबलों के अदम्य साहस और समर्पण का प्रतीक है।
नक्सलियों के खिलाफ रणनीति
- छत्तीसगढ़ सरकार और केंद्रीय सुरक्षा बल लगातार दंडकारण्य क्षेत्र में नक्सलियों के खिलाफ अभियान चला रहे हैं।
- डीकेएसजेडसी और अन्य माओवादी संगठनों की गतिविधियों को रोकने के लिए सुरक्षा बलों ने आधुनिक तकनीक और सामरिक कौशल का उपयोग बढ़ा दिया है।
यह घटना नक्सल विरोधी अभियान में सुरक्षाबलों की दृढ़ता और सफलता को दर्शाती है, लेकिन साथ ही शहीद जवानों के बलिदान का स्मरण कराती है।