मणिपुर के चुराचंदपुर जिले में सुरक्षा बलों को एक बड़ी सफलता मिली है। भारतीय सेना और असम राइफल्स की संयुक्त टीम ने मंगलवार (4 नवंबर 2025) को तड़के एक संयुक्त अभियान में प्रतिबंधित आतंकी संगठन यूनाइटेड कुकी नेशनल आर्मी (UKNA) के चार उग्रवादियों को मार गिराया। यह कार्रवाई जिला मुख्यालय से लगभग 80 किलोमीटर पश्चिम में स्थित खानपी गाँव में की गई, जिसे खुफिया जानकारी के आधार पर ‘ऑपरेशन खानपी’ नाम दिया गया था।
रक्षा सूत्रों के मुताबिक, अभियान सुबह करीब 5:30 बजे शुरू हुआ। सुरक्षाबलों की मौजूदगी का पता चलते ही हथियारबंद कुकी आतंकियों ने फायरिंग शुरू कर दी, जिसके बाद मुठभेड़ छिड़ गई। जवाबी कार्रवाई में सेना और असम राइफल्स के जवानों ने चार आतंकियों को ढेर कर दिया। हालांकि कुछ आतंकी घने जंगलों की ओर भागने में सफल रहे, जिनकी तलाश अब भी जारी है।
अधिकारियों ने बताया कि यूकेएनए एक गैर-सीओओ (Suspension of Operations) समूह है — यानी इसका केंद्र या राज्य सरकार के साथ कोई युद्धविराम समझौता नहीं है। पिछले कुछ सप्ताहों से यह समूह नागरिकों को धमकाने, गाँव के सरपंच की हत्या और क्षेत्र में शांति भंग करने जैसी गतिविधियों में शामिल रहा है। ऐसे में यह ऑपरेशन संगठन की बढ़ती हिंसक गतिविधियों को रोकने के लिए बेहद जरूरी था।
रक्षा मंत्रालय ने भी इस अभियान की पुष्टि करते हुए कहा,
“4 नवंबर 2025 की सुबह प्राप्त खुफिया सूचना पर सेना और असम राइफल्स ने संयुक्त अभियान चलाया। आतंकियों ने सुरक्षा बलों पर अकारण फायरिंग की, जिसके जवाब में चार हथियारबंद उग्रवादियों को निष्क्रिय किया गया।”
वर्तमान में खानपी और उसके आसपास के इलाकों में घेराबंदी और तलाशी अभियान (Cordon and Search Operation) जारी है ताकि बचे हुए आतंकियों को भी पकड़ा जा सके।
गौरतलब है कि मणिपुर में कुकी-जोमी समूहों के साथ सरकार का सीओओ समझौता लागू है, लेकिन यूकेएनए इसका हस्ताक्षरकर्ता नहीं है। यही वजह है कि उसकी गतिविधियाँ सुरक्षा एजेंसियों और स्थानीय प्रशासन के लिए लगातार चुनौती बनी हुई हैं। विशेषज्ञों का मानना है कि ‘ऑपरेशन खानपी’ मणिपुर में हाल के महीनों में हुई सबसे सफल कार्रवाइयों में से एक है, जो क्षेत्र में स्थिरता और शांति बहाल करने की दिशा में एक अहम कदम साबित होगा।
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