अमेरिका में एक बार फिर जैविक सामग्री की तस्करी को लेकर एक चीनी नागरिक की गिरफ्तारी ने अंतरराष्ट्रीय सुरक्षा चिंताओं को हवा दे दी है। इस बार गिरफ्तार हुआ व्यक्ति चेंगक्सुआन हान है, जो चीन के वुहान स्थित हुआजोंग यूनिवर्सिटी ऑफ साइंस एंड टेक्नोलॉजी (HUST) से कॉलेज ऑफ लाइफ साइंस एंड टेक्नोलॉजी में पीएचडी कर रहा है। गौरतलब है कि वुहान वही शहर है जहाँ की लैब से कोरोना वायरस के लीक होने की आशंका पहले भी जताई जा चुकी है, जिसे लेकर चीन बार-बार इनकार करता आया है। लेकिन जैविक सामग्री की तस्करी की घटनाएं इन आशंकाओं को एक बार फिर प्रासंगिक बना रही हैं।
चेंगक्सुआन हान पर आरोप है कि उसने 2024 और 2025 में चीन से अमेरिका के मिशिगन विश्वविद्यालय से संबद्ध एक प्रयोगशाला के नाम पर चार पैकेज भेजे, जिनमें परजीवी राउंडवॉम से संबंधित जैविक सामग्री थी। यह सामग्री बिना उचित अनुमति और खुलासे के भेजी गई, जो अमेरिका के बायोसेफ्टी कानूनों का गंभीर उल्लंघन है। हान 8 जून, 2025 को J-1 वीजा पर डेट्रॉइट मेट्रोपॉलिटन एयरपोर्ट पहुँचा, जहाँ अमेरिकी सुरक्षा एजेंसियों ने उससे पूछताछ की। पूछताछ के दौरान हान ने न केवल तस्करी किए गए जैविक पदार्थों के बारे में झूठ बोला, बल्कि यह भी पाया गया कि उसने अमेरिका में आने से पहले अपने इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों से डेटा भी मिटा दिया था। एफबीआई के अनुसार, यह जांच को बाधित करने की कोशिश मानी जा रही है।
Yesterday, @FBIDetroit arrested a second Chinese national on charges of smuggling biological materials into the U.S. and lying to federal agents.
This individual is Chengxuan Han, a citizen of the People’s Republic of China and a Ph.D. student in Wuhan, China. Han is the third… pic.twitter.com/TE4tJgtJQi
— FBI Director Kash Patel (@FBIDirectorKash) June 9, 2025
एफबीआई हेड काश पटेल ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर इस गिरफ्तारी की जानकारी साझा करते हुए कहा कि चीन लगातार अमेरिका के खिलाफ जैविक व वैज्ञानिक मोर्चों पर साजिशें कर रहा है। उन्होंने यह भी जोड़ा कि हान चीन का तीसरा नागरिक है, जिस पर हाल के दिनों में जैविक तस्करी का आरोप लगा है। कुछ दिन पहले मिशिगन विश्वविद्यालय की ही एक शोधकर्ता युनकिंग जियान और उनके बॉयफ्रेंड ज़ुनयोंग लियू पर अमेरिका में एक खतरनाक कृषि फफूंदी (fungus) की तस्करी का आरोप लगा था, जिसे एफबीआई ने “अमेरिका की खाद्य आपूर्ति पर हमला” कहा था।
चेंगक्सुआन हान के मामले में दो प्रमुख आरोप हैं: पहला, प्रतिबंधित जैविक सामग्री की अवैध तस्करी; और दूसरा, अमेरिकी अधिकारियों को झूठी जानकारी देना। अमेरिका की न्याय प्रणाली में दोनों ही आरोप गंभीर अपराध की श्रेणी में आते हैं और यदि दोष सिद्ध होता है, तो हान को कठोर सजा का सामना करना पड़ सकता है। साथ ही यह मामला अमेरिकी एजेंसियों के उन संदेहों को भी पुष्ट करता है कि चीन वैज्ञानिक आदान-प्रदान की आड़ में अमेरिका की सुरक्षा, खाद्य आपूर्ति और जैव अनुसंधान क्षेत्रों को नुकसान पहुँचाने की रणनीति पर काम कर रहा है। हान की गिरफ्तारी ने एक बार फिर वुहान लैब से जुड़े विवाद और चीन की भूमिका को वैश्विक फोकस में ला दिया है।