बिहार में आगामी विधानसभा चुनाव की तारीखों का औपचारिक ऐलान चुनाव आयोग ने कर दिया है। आयोग के अनुसार इस बार राज्य में दो चरणों में मतदान होगा। पहला चरण 6 नवंबर 2025 को आयोजित होगा, जिसमें 121 विधानसभा सीटें शामिल होंगी, जबकि दूसरा चरण 11 नवंबर 2025 को होगा, जिसमें शेष 122 सीटों पर वोट डाले जाएंगे। मतगणना की प्रक्रिया 14 नवंबर 2025 को संपन्न होगी और उसी दिन चुनाव परिणाम घोषित किए जाएंगे। इस प्रकार बिहार की 243 विधानसभा सीटों पर लगभग साढ़े सात करोड़ मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे।
मुख्य चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार ने जानकारी दी कि बिहार में कुल 7.43 करोड़ मतदाता हैं। इनमें से लगभग 3.92 करोड़ पुरुष, 3.50 करोड़ महिला और 1,725 ट्रांसजेंडर मतदाता शामिल हैं। खास बात यह है कि इस चुनाव में 7.2 लाख दिव्यांग मतदाता, 4.04 लाख वरिष्ठ नागरिक (85 वर्ष से अधिक आयु वाले) और लगभग 14 हजार ऐसे मतदाता भी शामिल होंगे, जिनकी उम्र 100 वर्ष से अधिक है। इसके अतिरिक्त 1.63 लाख सर्विस वोटर्स, लगभग 1.63 करोड़ युवा मतदाता (20 से 29 वर्ष आयु वर्ग) और करीब 14.01 लाख प्रथम बार वोट देने वाले मतदाता (18-19 वर्ष आयु वर्ग) भी इस चुनाव में अपनी भूमिका निभाएंगे। ये सभी आंकड़े 30 सितंबर 2025 तक के मतदाता सूची पर आधारित हैं।
🗓️#SCHEDULE for the GENERAL ELECTION TO THE LEGISLATIVE ASSEMBLY OF BIHAR 2025 – Two Phases
Details 👇#Bihar #BiharElections2025 pic.twitter.com/ZeTBbpX32O
— Election Commission of India (@ECISVEEP) October 6, 2025
आयोग ने चुनावों के दौरान फेक न्यूज और भ्रामक प्रचार पर सख्ती से नजर रखने की घोषणा की है। किसी भी तरह की हिंसा या अव्यवस्था को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। मतदाताओं की सुविधा सुनिश्चित करने के लिए इस बार विशेष व्यवस्था की जा रही है—जैसे कि पोलिंग स्टेशन फ्लोर पर बनाए जाएंगे, ताकि दिव्यांगों और बुजुर्ग मतदाताओं को असुविधा न हो। उम्मीदवार अपने कैंप पोलिंग स्टेशन से 100 मीटर की दूरी पर ही स्थापित कर सकेंगे। साथ ही इस बार ईवीएम पर उम्मीदवारों की रंगीन तस्वीरें भी प्रदर्शित होंगी, ताकि मतदाताओं को पहचानने में आसानी हो। एक और महत्वपूर्ण कदम यह है कि इस चुनाव में तैनात पर्यवेक्षक बिहार के बाहर से बुलाए जाएंगे, जिससे निष्पक्षता और पारदर्शिता बनी रहे।
चुनाव आयोग ने मतदाता सूची (SIR) से जुड़ी प्रक्रिया पर भी विस्तार से जानकारी दी। 24 जून 2025 को यह प्रक्रिया शुरू की गई थी। 1 अगस्त को ड्राफ्ट वोटर लिस्ट प्रकाशित की गई और 1 अगस्त से 1 सितंबर तक दावे व आपत्तियां दर्ज कराने का समय दिया गया। इसके बाद 30 सितंबर 2025 को अंतिम मतदाता सूची जारी कर दी गई। आयोग ने यह भी स्पष्ट किया कि यदि किसी मतदाता को अब भी सूची में कोई त्रुटि दिखाई देती है, तो वह संबंधित जिले के जिलाधिकारी के पास अपील कर सकता है। उल्लेखनीय है कि बिहार में 22 साल बाद मतदाता सूची का बड़े पैमाने पर शुद्धिकरण किया गया है, ताकि इस बार के चुनाव में सटीक और निष्पक्ष प्रक्रिया सुनिश्चित की जा सके।
इस प्रकार, बिहार विधानसभा चुनाव 2025 दो चरणों में होगा, जिसमें मतदाताओं के लिए हर स्तर पर पारदर्शिता, सुविधा और सुरक्षा की गारंटी चुनाव आयोग ने देने का आश्वासन दिया है।
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