उत्तर प्रदेश के बरेली जिले में 2 मुस्लिम युवकों द्वारा सामूहिक लव जिहाद का मामला सामने आया है। यहाँ नौशाद और आमान पर लगभग 30 हिन्दू महिलाओं से नाम बदल कर चैट करने का खुलासा हुआ है। ये दोनों इंस्टाग्राम और सोशल मीडिया के अन्य प्लेटफॉर्म पर हिन्दू नाम से ID बनाते थे। इसके बाद महिलाओं की अश्लील वीडियो बनाकर उनके साथ ब्लैकमेलिंग की जाती थी। आरोपितों ने फर्जी आधार कार्ड भी बनवा रखे हैं। शुक्रवार (20 सितंबर 2024) को पुलिस ने दोनों आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया है।
यह घटना बरेली के इज्जतनगर थानाक्षेत्र की है। गुरुवार (19 सितंबर 2024) को कर्मचारी नगर इलाके में 2 लड़कियाँ सड़क पर 2 लड़कों से गुस्से में बात कर रहीं थीं। शोरगुल सुनकर आसपास के लोग जमा हुए। लोगों को देख कर लड़कियाँ चुपचाप वहाँ से चली गईं पर दोनों लड़कों को लोगों ने पकड़ लिया। जब दोनों से उनका नाम पूछा गया तो उन्होंने सतीश और राहुल बताया। उनकी बातों पर लोगों को शक हुआ तो उन्होंने पुलिस बुला कर दोनों को उनके हवाले कर दिया।
थाना इज्जतनगर #bareillypolice द्वारा फर्जी आधार कार्ड एवं आईडी द्वारा लडकियो एवं महिलाओं से पहचान छुपा कर एवं उनके फोटो तथा वीडियो बनाकर उन्हे तंग करने वाले दो शातिर अभियुक्त गिरफ्तार कर कब्जे से 08 फर्जी आधार कार्ड एवं 02 मोबाइल बरामद करने के सम्बन्ध में ASP/CO City 3rd की बाईट। https://t.co/tPo4yzR2pz pic.twitter.com/is5WiLyeLL
— Bareilly Police (@bareillypolice) September 20, 2024
बताया जा रहा है कि पुलिस के आगे ही राहुल और सतीश बने दोनों आरोपितों ने सच उगलना शुरू कर दिया। एक ने अपना नाम नौशाद जबकि दूसरे ने खुद को आमान बताया। पुलिस ने इन दोनों के खातों की पड़ताल की तो कई गंभीर खुलासे हुए। इन दोनों के पास 5 आधार कार्ड बरामद हुए। ये आधार कार्ड अलग-अलग हिन्दू और मुस्लिम नामों से बने हुए थे। इन पर फोटो भी अलग-अलग लगी हुई थी। इन दोनों के मोबाइल फोन खंगाले गए तो कई फर्जी सोशल प्रोफाइलों का भी खुलासा हुआ।
दोनों आरोपित मूलतः बरेली के ही रहने वाले हैं। नौशाद और आमान ने इंस्टाग्राम पर 6 अलग-अलग प्रोफ़ाइल बना रखी थी। आधार कार्ड की ही तरह ये प्रोफ़ाइल हिन्दू और मुस्लिम दोनों नाम से थीं। इन दोनों ने इस प्रोफाइलों से कई लड़कियों और महिलाओं से अश्लील चैटिंग भी की थी। इन महिलाओं से वीडियो कॉल कर के उनके अश्लील वीडियो भी बनाए गए थे। पुलिस ने पाया कि ये दोनों आरोपित आपत्तिजनक वीडियो बना कर लड़किओं को ब्लैकमेल भी करते थे।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक आरोपितों ने राहुल, सुरेश और सतीश नाम से सोशल मीडिया हैंडल बना रखे थे। ये आरोपित लगभग 30 लड़कियों के सम्पर्क में थे जिसमें अधिकतर गैर-मुस्लिम थीं। वीडियो कॉल की रिकार्डिंग कर के ब्लैकमेलिंग के बाद ये दोनों लड़कियों से पैसों की उगाही करते थे। अपनी बदनामी के डर से पीड़िताएँ पुलिस और अपने घर में शिकायत भी नहीं करती थीं। अब पुलिस ने आमान और नौशाद की कॉल डिटेल भी निकलवाई है।
माना जा रहा है कि आगे कुछ अन्य पीड़िताओं का भी खुलासा हो सकता है। पुलिस ने दोनों आरोपितों के मोबाइल फोन को जब्त कर लिया है। नौशाद और आमान के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता (BNS) की धारा 339, 340, 336 (3 के साथ IT एक्ट की धारा 66-D के तहत कार्रवाई की गई है। दोनों आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया गया है। इनके पास से कुल 8 फर्जी आधार कार्ड और 2 मोबाइल फोन बरामद हुए हैं। पुलिस मामले की जाँच व अन्य जरूरी कानूनी कार्रवाई कर रही है।