ताइवान एक बार फिर भूकंप के झटकों से हिल गया है। मंगलवार को आए इस भूकंप की तीव्रता 5.9 मापी गई है, जिसे केंद्रीय मौसम प्रशासन ने पुष्ट किया है। राजधानी ताइपे में कुछ सेकंड तक इमारतों में तेज कंपन महसूस किए गए, जिससे लोगों में घबराहट फैल गई। हालाँकि, अभी तक किसी बड़े नुकसान या जनहानि की खबर सामने नहीं आई है।
ताइवान क्यों है भूकंप के लिहाज से संवेदनशील?
ताइवान, यूरेशियन और फिलीपीन सागर प्लेट की सीमा पर स्थित है, जो इसे भूकंप के लिए अत्यधिक संवेदनशील बनाता है। प्लेटों की हलचल से यहां नियमित रूप से भूकंप आते रहते हैं।
हाल के प्रमुख भूकंप:
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9 अप्रैल 2025: ताइपे में 5.8 तीव्रता का भूकंप, कोई बड़ी हानि नहीं।
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3 अप्रैल 2024: ताइवान में आए 7.4 तीव्रता के भूकंप में 100 से अधिक लोग घायल हुए और गिरने वाली इमारतों की तस्वीरें वायरल हुई थीं।
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21 सितंबर 1999: ताइवान के इतिहास का सबसे विनाशकारी भूकंप, जिसकी तीव्रता 7.7 थी। इसमें 2,400 से अधिक लोग मारे गए और एक लाख से ज़्यादा घायल हुए।
आँकड़ों में ताइवान के भूकंप:
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1900 से 1991 तक औसतन प्रति वर्ष 2,200 भूकंप दर्ज किए गए।
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1991 से 2004 के बीच कुल 18,649 भूकंप झटके महसूस किए गए।
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1999 में रिकॉर्ड – 49,919 बार धरती कांपी, जो अब तक का सबसे अधिक रहा।
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1900 से अब तक 96 घातक भूकंप ताइवान को झेलने पड़े हैं।
वर्तमान स्थिति और सावधानियां:
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सरकार ने आपात प्रबंधन एजेंसियों को अलर्ट पर रखा है।
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लोगों से कहा गया है कि वे भूकंप सुरक्षा दिशानिर्देशों का पालन करें।
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बिजली और संचार सेवाओं पर नजर रखी जा रही है, ताकि किसी भी आपात स्थिति में सहायता मिल सके।
ताइवान का यह भौगोलिक खतरा उसे दुनिया के भूकंप-प्रधान क्षेत्रों में शामिल करता है। समय-समय पर यहां आने वाले ये झटके देश को आपदा प्रबंधन में अधिक सतर्क और सुदृढ़ बना रहे हैं, लेकिन 1999 जैसी घटनाएं अब भी सावधानी और जागरूकता की महत्ता को याद दिलाती हैं।