पाकिस्तान में इस साल का पहला एमपॉक्स का मामला सामने आया है। हाल ही में सऊदी अरब से लौटे एक शख्स में इस वायरस की पुष्टि हुई है। एआरवाई न्यूज ने स्वास्थ्य मंत्रालय के हवाले से यह जानकारी दी है। मरदान का रहने वाला एक शख्स तीन अगस्त को पाकिस्तान पहुंचा था। पेशावर पहुंचने के कुछ समय बाद ही उसमें लक्षण दिखने लगे और वह जांच के लिए अस्पताल पहुंचा। एआरवाई न्यूज के अनुसार, पेशावर में खैबर मेडिकल यूनिवर्सिटी ने इस बीमारी की पुष्टि की है।
स्वास्थ्य अधिकारियों ने उठाए एहतियाती कदम
सऊदी अरब से लौटे शख्स में एमपॉक्स का वायरस मिलने के बाद हड़कंप मच गया। स्वास्थ्य अधिकारियों ने सऊदी अरब से उनकी उड़ान पर साथी यात्रियों सहित संक्रमित शख्स के निकट संपर्क में रहने वाले व्यक्तियों की पहचान और निगरानी के लिए ट्रेसिंग प्रयास शुरू कर दिए हैं।
स्वीडन में मिला Mpox का केस
इस बीच यहां यह भी बता दें कि, विश्व स्वास्थ्य संगठन ने एमपॉक्स के बढ़ते खतरे को लेकर आगाह किया था। इससे पहले अफ्रीका से बाहर स्वीडन में भी एमपॉक्स के पहले केस की पुष्टि हो गई है। एक दिन पहले ही विश्व स्वास्थ्य संगठन ने दो साल में दूसरी बार इस बीमारी को ग्लोबल पब्लिक हेल्थ इमरजेंसी घोषित किया था। स्वीडिश पब्लिक हेल्थ एजेंसी के महानिदेशक ओलिविया विगज़ेल ने एक प्रेस कान्फ्रेंस में कहा कि संक्रमित व्यक्ति अफ्रीका के एक हिस्से में रहने के दौरान वायरस की चपेट में आया, जहां यह बीमारी बड़े पैमाने पर फैली हुई है।
कितने लोगों की हुई मौत
गौरतलब है कि, एमपॉक्स कांगो सहित 13 अफ्रीकी देशों में तेजी से फैल रहा है। अब तक इस बीमारी से 524 लोगों की मौत हो चुकी है। WHO के महानिदेशक टेड्रोस एडनॉम घेब्रेयसस ने एमपॉक्स के बढ़ने पर आईएचआर आपातकालीन समिति की बैठक के बाद मीडिया ब्रीफिंग की थी। उन्होंने कहा था कि तीन वर्षों में यह दूसरी बार है जब एमपॉक्स आपातकालीन स्थिति में पहुंच गया है, WHO अफ्रीका में एमपॉक्स के प्रकोप पर काम कर रहा है।